नई दिल्ली: निजी FM रेडियो स्टेशनों के लिए नीलामी के तीसरे चरण में शुरआती पांच दिन में बढ़चढकर बोली लगाई गई हैं और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि उक्त बोलियां आरक्षित मूल्य से भी उंची जाने के कारण नयी कीमतें दिखी हैं भी हुई है। इस चरण में 135 चैनलों के लिए नीलामी चल रही है।
अधिकारी ने दिल्ली में एक एफएम चैनल का जिक्र करते हुए कहा कि इसकी अस्थायी निर्णायक बोली 20 दौर के बाद 105.23 करोड़ रुपए तक पहुंच गयी है जबकि इसके लिए आरक्षित मूल्य 31.42 करोड़ रुपए रखा गया है। अधिकारी ने कहा कि चूंकि अभी नीलामी के कई दिन बाकी हैं इसलिए इसमें सरकारी खजाने को अच्छी रकम मिलने की उम्मीद है। अधिकारी ने कहा, प्रक्रिया इस तरह की है कि बोली लगा रहे पक्षों की पहचान सहित कई ब्यौरे प्रक्रिया पूरी होने से पहले सामाने नहीं आते। हालांकि अभी तक के रख से यह स्पष्ट है कि रेडियो नीलामी से अच्छा खासा राजस्व मिलेगा। साथ ही इससे यह भी सामने आया है कि इन चैनलों का बाजार मूल्य क्या है।
अधिकारी ने कहा, नीलामी प्रक्रिया से एक तरह से कीमतों की खोज हुई है।
उन्होंने कहा कि 55 शहरों में 80 चैनलों में अस्थायी तौर पर अंतिम बोलिया मिल चुकी हैं। इनके लिए कुल मिला कर लगभग 714 करोड़ रुपए की निर्णायक कीमत लगायी गयी है जबकि इनके लिए कुल आरक्षित मूल्य 391 करोड़ रपये रखा गया था। नीलामी के लिए प्रस्तुत कुल 135 चैनलों के आरक्षित मूल्य का योग 550.18 करोड़ रुपए है। अधिकारी ने कहा कि दिल्ली, मुंबई, पटना व भुवनेश्वर जैसे कई शहरों में एफएम चैनलों को लेकर कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिली है जबकि कई शहरों को लेकर ऐसा उत्साह नहीं देखा गया है।