नई दिल्ली: अब भारतीय नोट देसी कागज पर छपेगा। अबतक नोट पर इस्तेमाल होने वाली स्याही ही देश में बनती थी और कागज आयात किया जाता था। लेकिन हाल ही में अरुण जेटली ने एक समारोह में मध्य प्रदेश के होशंगाबाद से छपाई के लिए कागज और करेंसी नोट प्रेस नासिक के लिए रवाना कर दिए हैं।
इसके लिए पहले खेप पर 1000 रुपय के नोटों की छपाई होगी और साथ ही साथ होशंगाबाद में नोटों के लिए 6000 टन के 'न्यू बैंक नोट पेपर लाइन' का शनिवार को उद्घाटन भी किया जाएगा।
वित्त मंत्रालय ने बताया है कि इसके अलावा सिक्यूरिटी प्रिंटिंग एंड मिंटिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया ने बैंक नोट पेपर मिल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के साथ मिलकर एक ज्वाइंट इंटरप्राइस के तहत 12 हजार टन के पेपर मशीन की दो अतिरिक्त लाइनें मैसूर में लगाई गई हैं, जिनमें व्यावसायिक उत्पादन इस साल के अंत तक शुरू हो जाएगा।
इस प्रकार नोटों के लिए देसी कागज की छपाई की कुल क्षमता 18 हजार टन हो जाएगी। न्यू बैंक नोट पेपर लाइन का शिलान्यस दिसंबर 2011 में तत्कालीन वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने किया था। इस परियोजना के तैयार होने तक 495 करोड़ रुपए का खर्च आया है।