आय के पांचवे हिस्से के रुप में अन्य स्त्रोतों से हुई आय को जोड़ा जाता है।
- इस हेड के अंतर्गत वे सभी आय आती हैं जो उपरोक्त किसी स्रोत में शामिल न हो।
- कोई भी आय जो ऊपर दिए गए किसी भी हैड में शामिल नहीं थी उन सभी में इस हैड के जरिए कर लगेगा।
- इस स्रोत में प्राय: किराए की मशीनरी से प्राप्त भाड़ा, पारिवारिक पेंशन की प्राप्तियां और बीमा कंपनियों से प्राप्त वार्षिकी शामिल होती है।
- इस हैड के अंतर्गत सेविंग इंट्रेस्ट, एफडी इंट्रेस्ट और आरडी इंट्रेस्ट की प्राप्तियां कर योग्य होती हैं।
- इस हैड के अंतर्गत प्राप्त होने वाले उपहार भी करयोग्य होते हैं।
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