फ्रैंकफर्ट: उत्सर्जन स्कैंडल से जर्मन कंपनी ऑडी की 21 लाख कारें प्रभावित हुई हैं। यह बात सोमवार को कंपनी ने कही। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, फोक्सवैगन समूह की कंपनी ऑडी के प्रवक्ता ने कहा कि ऑडी की जिन कारों में उत्सर्जन जांच को धोखा देने वाले सॉफ्टवेयर लगाए गए हैं, उनकी संख्या पश्चिमी यूरोप में 14.2 लाख है, जिनमें 5,77,000 जर्मनी में हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी 13,000 कारें अमेरिका में बेची गई हैं।
उल्लेखनीय है कि फोक्सवैगन ने पिछले सप्ताह स्वीकार किया था कि उत्सर्जन स्कैंडल में उसकी कुल 1.1 करोड़ कारें शामिल हैं। अमेरिकी पर्यावरण संरक्षण एजेंसी (ईपीए) ने खुलासा किया था कि फोक्सवैगन की डीजल कारों में ऐसे सॉफ्टवेयर लगाए गए हैं, जो जांच के दौरान प्रदूषण उत्सर्जन के गलत आंकड़े देते हैं। ईपीए ने शुक्रवार को कहा था कि फोक्सवैगन की कारों में लगाए गए सॉफ्टवेयर स्वच्छ वायु अधिनियम का उल्लंघन करते हैं। ईपीए ने इस सॉफ्टवेयर को डिफीट डिवाइस कहा है। ईपीए के मुताबिक डिफीट डिवाइस की बदौलत जांच प्रक्रिया के दौरान कार का प्रदूषण स्तर कम हो जाता है, ताकि वह जांच में उत्तीर्ण हो सके। आम परिचालन में हालांकि कार नाइट्रोजन ऑक्साइड का उत्सर्जन सीमा से 40 गुना अधिक करती है।
जर्मनी के अभियोजकों ने फाक्सवैगन के पूर्व प्रमुख की जांच शुरू की
जर्मनी के अभियोजकों ने फाक्सवैगन के उत्सर्जन हेराफेरी घोटाले में कंपनी के पूर्व सीईओ मार्टिन विंटरकोर्न की भूमिका का पता लगाने के लिए आज उनके खिलाफ जांच शुरू की। ब्राउन्श्वेग में अभियोजकों ने एक बयान में कहा कि इस जांच का उद्देश्य यह पता लगाना है कि इस घोटाले के पीछे किसका हाथ था। जर्मनी में यह व्यवस्था है कि कोई भी अभियोजकों के पास आपराधिक शिकायत कर सकता है जिसके बाद अभियोजकों को शिकायत की समीक्षा कर यह निर्धारित करने को बाध्य होना पड़ता है कि क्या औपचारिक रूप से जांच शुरू करने के लिए पर्याप्त सबूत है या नहीं। इस मामले में प्रदूषण जांच में गड़बड़ी के खुलासे के बाद अभियोजकों को करीब एक दर्जन शिकायतें मिली जिसमें एक शिकायत खुद फाक्सवैगन की ओर से दायर की गई। प्रवक्ता जूलिया मेयर ने कहा कि अभी यह बता पाना जल्दबाजी होगी कि अभियोजक विंटरकोर्न से कब पूछताछ कर सकते हैं। मौजूदा चरण में वह यह अनुमान नहीं लगा सकतीं कि जांच कितनी लंबी चलेगी।
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