कोलकाता: भारी-भरकम छूट और स्मार्टफोन के बढ़ते उपयोग की वजह से देश का ई-कॉमर्स बाजार 2015 से 2020 के बीच सालाना 36 फीसदी की दर से बढ़ेगा। कनाडा की शोध कंपनी 'टेकसाई रिसर्च' की हाल ही में जारी रिपोर्ट के मुताबिक स्मार्टफोन के बढ़ते उपयोग, भारी डिस्काउंट और ऑफर्स के अलावा प्रति व्यक्ति बढ़ती खर्च योग्य आय और युवाओं की बढ़ती संख्या की बदौलत भारत में ई-कॉमर्स का बाजार सालाना 36 फीसदी की चक्रवृद्धि दर से आगे बढ़ेगा। टेकसाई रिसर्च के रिसर्च डायरेक्टर करण चेची ने कहा कि भारतीय श्रम बल में युवाओं की संख्या ज्यादा है, जिनके पास पारंपरिक बाजार में दुकानों पर जाकर खरीददारी करने के लिए समय नहीं है। इस तरह के माहौल ने भारत जैसे बड़े बाजारों में ऑनलाइन शॉपिंग की संभावनाओं को बहुत अधिक बढ़ा दिया है।
चेची ने आगे कहा कि इसके अलावा प्रमुख ई-कॉमर्स कंपनियों द्वारा अच्छे ऑफर्स और डिस्काउंट ने भी ग्राहकों का रुझान ऑनलाइन शॉपिंग की तरफ बढ़ाया है। ऑनलाइन ट्रैवल बाजार के तेजी से बढ़ने के कारण भारत के ई-कॉमर्स बाजार में ई-सर्विस सेगमेंट का प्रभुत्व है। छुट्टियों की योजना बनाने, होटल की बुकिंग और हवाई, बस और रेल टिकट खरीदने के लिए ऑनलाइन रूट का ज्यादा इस्तेमाल हो रहा है।
रिपोर्ट के मुताबिक हाई स्पीड इंटरनेट यूजर्स की संख्या बढ़ने से कंपनियों को इन्नोवेशन करने और ऑनलाइन सर्विस मुहैया कराने के लिए प्रोत्साहन मिल रहा है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले कुछ सालों में ई-कॉमर्स बाजार में पेमेंट स्ट्रक्चर में काफी सुधार आने से भारत में उपभोक्ता अब धीरे-धीरे ऑनलाइन शॉपिंग की ओर शिफ्ट हो रहे हैं। उनके मन से ऑनलाइन शॉपिंग असुरक्षित होने का डर भी अब लगभग खत्म हो गया है।
कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑनलाइन ट्रैवल, अपैरल और एसेसरीज ऑनलाइन मार्केट के ऐसे सेगमेंट हैं, जिनकी ग्रोथ सबसे ज्यादा है। उसी दिन डिलीवरी के विकल्प की वजह से ऑनलाइन ग्रोसरी स्टोर भी अब ई-कॉमर्स सेगमेंट में प्रवेश कर चुके हैं।
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