नई दिल्ली: मोबाइल टेलीफोन सेवाओं की गुणवत्ता लगातार नीचे आ रही है। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) के अनुसार जनवरी-मार्च, 2015 के दौरान 2जी नेटवर्क पर कॉल ड्रॉप (बात करते-करते कॉल कट जाना) की समस्या दोगुना हो गई। पहली तिमाही में 3जी नेटवर्क पर कॉल ड्रॉप में 65 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। जनवरी-मार्च की अवधि में 2जी नेटवर्क पर कॉल ड्रॉप के मामलों में उद्योग का औसत 12.5 प्रतिशत रहा। मार्च, 2014 के अंत तक यह 6.01 प्रतिशत था।
इस साल अभी तक सबसे अधिक कॉल ड्राप की समस्या निजी क्षेत्र की एयरसेल के नेटवर्क पर आई है। उसके बाद सार्वजनिक क्षेत्र की बीएसएनएल का नंबर है। नियमों के अनुसार, खराब से खराब स्थिति में भी कॉल ड्रॉप एक नेटवर्क में कुल कॉल्स का तीन प्रतिशत से अधिक नहीं होनी चाहिए। हालांकि, नियामक ने पाया कि एयरसेल के नेटवर्क पर कॉल ड्रॉप का स्तर 3.15 से 17.99 प्रतिशत रहा। बीएसएनएल के नेटवर्क पर यह 3.45 से 18.91 प्रतिशत के बीच रहा। इसके अलावा वोडाफोन के दिल्ली में नेटवर्क और सिस्तेमा श्याम टेलीसर्विसेज के गुजरात के नेटवर्क पर भी कॉल ड्रॉप की काफी ऊंची दर देखने को मिली। हालांकि, तिमाही आधार पर कॉल ड्रॉप 13.66 प्रतिशत से घटकर 12.5 प्रतिशत रह गई।