नई दिल्ली: गूगल ने अल्फाबेट इंक नाम से नई कंपनी बनाने की घोषणा की है जिसके CEO भारतीय मूल के सुंदर पिचाई को बनाया है। अल्फाबेट इंक के तहत गूगल की कई सर्विसेज काम करेंगी जिसमें कि इंटरनेट सर्च, ऐप, यूट्यूब और एंड्रॉयड शामिल हैं। गूगल को इस नाम से डोमेन नहीं मिल पाया क्योंकि alphabet.com पहले से ही जर्मन कार निर्माता कंपनी BMW के पास है। BMW ने यह डोमेन गूगल को बेचने से भी साफ माना कर दिया है। इसलिए गूगल (अल्फाबेट) का URL abc.xyz रखा गया है।
एक सा नाम होने की वजह से alphabet.com पर इतने लोग विजित कर चुके है कि यह साइट डाउन हो गई। इसके अलावा अल्फाबेट के URL abc.xyz से मिलता-जुलता एक और डोमेन माइक्रोसॉफ्ट के सर्च इंजन बिंग का abc.wtf है। एक जैसे URL की वजह से लोग कंफ्यूज होकर अल्फाबेट की जगह बिंग के URL पर जा रहे हैं।
न्यूज एजेंसी रायटर्स के अनुसार, अमेरिका में ही 100 से ज्यादा ऐसी कंपनियां रजिस्टर्ड हैं जिनके नाम में अल्फाबेट शामिल है। उदाहरण के लिए ओहियो में अल्फाबेट इंक नामक एक कंपनी 1965 में स्थापित की गई थी जो ऑटो इंडस्ट्री के लिए इलेक्ट्रिकल उपकरण बनाती है।
हालांकि, इस बारे में गूगल के सह संस्थापक लैरी पेज ने कहा कि चूंकि अल्फाबेट के नाम से गूगल कोई प्रॉडक्ट नहीं लाएगा और पब्लिक फेसिंग के लिए गूगल का ही इस्तेमाल किया जाएगा। इसलिए, इस बात से कोई खास फर्क नहीं पड़ता कि alphabet.com हमारे पास है या नहीं।