नई दिल्ली: एयर इंडिया विमानन नियामक DGCA द्वारा निर्धारित मापदंडों के अनुरूप वजन संबंधी जरूरतें पूरी करने में नाकाम रहने के लिए एयर होस्टेसों सहित चालक दल के करीब 125 सदस्यों को फ्लाइंग ड्यूटी से हटा सकता है। एयर इंडिया सूत्रों ने कहा कि उनमें से कुछ को कार्यालय का काम सौंपा जा सकता है, जबकि बाकियों को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति की पेशकश की जा सकती है। राष्ट्रीय विमान सेवा ने पिछले साल चालक दल के 'ज्यादा वजन वाले' करीब 600 सदस्यों को नागरिक उड्डयन महानिदेशालय के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए एक निर्धारित समय सीमा में 'वजन कम करने' का मौका दिया था। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि कोई भी ज्यादा वजन वाला व्यक्ति अब और फ्लाइट स्टेवर्ड या किसी एयर होस्टेस के तौर पर काम ना करे।
सूत्रों ने कहा, 'इन 600 लोगों में एयर होस्टेसों सहित करीब 125 लोग निर्धारित अवधि में जरूरी बॉडी मास इंडेक्स (BMI) या वजन के मापदंड बनाए रखने में नाकाम रहे। अब हमारे पास उन्हें फ्लाइंग ड्यूटी से स्थायी रूप से हटाने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।' सरकारी विमान सेवा में इस समय चालक दल के सदस्यों की संख्या 3,500 है, जिनमें से 2,200 स्थायी कर्मचारी हैं जबकि बाकी अनुबंध पर हैं।
DGCA के नियमों के अनुरूप चालक दल के किसी पुरूष सदस्य का BMI 18-25 होना चाहिए जबकि महिलाओं के लिए यह 18-22 होना चाहिए। चालक दल के किसी पुरुष सदस्य का BMI 25-29.9 BMI होने पर उसे अधिक वजन का जबकि 30 या उससे अधिक होने पर मोटा माना जाता है। वहीं महिलाओं में 22-27 को अधिक वजन वाली जबकि 27 से अधिक को मोटा माना जाता है।
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