नई दिल्ली: वित्त मंत्री अरूण जेटली ने आज कहा कि उत्पाद शुल्क संग्रह लगभग दोगुना होने के साथ अप्रत्यक्ष कर वसूली चालू वित्त वर्ष में 39.2 प्रतिशत बढ़ी है जो विनिर्माण गतिविधियों में तेजी का संकेत देता है।
वित्त मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि चालू वित्त वर्ष के पहले दो महीनों (अप्रैल-मई) में अप्रत्यक्ष कर संग्रह 39.2 प्रतिशत बढ़कर बढ़कर 96,128 करोड़ रपये रहा जो 2014-15 के इसी अवधि में 69,069 करोड़ रपये था।
जेटली ने यहां संवाददाताओं से कहा, अप्रत्यक्ष कर संग्रह में यह अच्छी वृद्धि है और चूंकि यह तेजी सभी क्षेत्रों में है, खासकर उत्पाद शुल्क संग्रह बढ़ा है, ऐसे में यह विनिर्माण गतिविधियों में तेजी का संकेत देता है।
केंद्रीय उत्पाद शुल्क संग्रह चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-मई के दौरान 88 प्रतिशत बढ़कर 38,535 करोड़ रपये रहा जो इससे पूर्व वर्ष के इसी अवधि में 20,493 करोड़ रपये था।
वित्त मंत्री ने कहा, अर्थव्यवस्था के सभी क्षेत्रों खासकर उत्पाद शुल्क संग्रह में तेजी देखी जा रही है। यह चालू वित्त वर्ष के पहले दो महीनों में उत्पाद शुल्क संग्रह में वृद्धि से पता चलता है।
सीमा शुल्क संग्रह आलोच्य अवधि के दौरान 19.5 प्रतिशत बढ़कर 29,986 करोड़ रपये रहा जो पिछले वर्ष अप्रैल-मई के दौरान 25,094 करोड़ रपये था।
सेवा कर संग्रह चालू वित्त वर्ष के अप्रैल-मई के दौरान 17.6 प्रतिशत बढ़कर 27,607 करोड़ रपये हो गया जो इससे पूर्व वित्त वर्ष के इसी महीने में 23,482 करोड़ रपये था।