टाटा मोटर्स कमर्शियल वेहिकल ने एडवांस्ड टेक्नोलॉजी वाला नया टर्बोट्रॉन 2.0 इंजन पेश किया है, जो आपके लिए एक पैसा वसूल विकल्प बनेगा। इस वर्ष लॉन्च किया गया यह अत्याधुनिक इंजन काफी तेज़ी से लोकप्रिय हुआ है।
5 लीटर क्षमता वाले टर्बोट्रॉन 2.0 इंजन के बारे में यह कहा जाता है कि यह अपनी श्रेणी में सबसे अधिक माइलेज प्रदान करता है। यह बेहद भरोसेमंद होने के साथ एक ऐसा पावरहाउस है, जो अपनी पूरी क्षमता के साथ काम करता है। टर्बोट्रॉन इंजन को ईंधन एवं मेंटेनेंस खर्च की बचत करने के लिए तैयार किया गया है, ताकि भारत में ट्रांसपोर्ट एवं लॉजिस्टिक्स बिजनेस से जुड़े व्यवसाय प्रत्येक डिलीवरी को पहले से ज्यादा आसान और बेहतर बना सकें।
ईंधन बचाने वाला यह इंजन, लॉजिस्टिक्स जैसे उद्योग क्षेत्रों की कंपनियों के लिए कुल लागत खर्चों को कटौती करने में बेहद मददगार बन सकता है। पेट्रोल-डीज़ल कीमतों में साल दर साल जारी बेतहाशा वृद्धि को देखते हुए, इस प्रकार का इंजन परिवहन क्षेत्र से जुड़े व्यवसायों के लिए वरदान साबित होगा। खासकर, लंबी दूरी का सफर करने वाले डिलीवरी वाहनों के लिए एक भरोसेमंद इंजन का महत्व क्या है, यह बताने की ज़रूरत नहीं है। यह गाड़ियां दिन-रात लगातार सफर करती हैं और इंजन गर्म होने एवं कम ऑइल प्रेशर जैसी समस्याओं से जूझती हैं। इन गंभीर मुश्किलों को समझते हुए, टाटा मोटर्स कमर्शियल वेहिकल ने टर्बोट्रॉन 2.0 तैयार करने के लिए एक एडवांस्ड इंजन टेक्नोलॉजी विकसित की है।
टर्बोट्रॉन 2.0 की मुख्य विशेषताएं
- 200 बार तक की पीक फाइरिंग प्रेशर। इससे ईंधन की बर्बादी कम होती है।
- 2000 बार्स हाई प्रेशर फ्यूल इंजेक्शन सिस्टम। ज्यादा हवा और कम ईंधन से ईंधन की बर्बादी कम होती है।
- इंटरनल एरोडायनैमिक डिज़ाइन एवं इलेक्ट्रिक एक्चुएटर युक्त अत्याधुनिक टर्बो चार्जर। इससे टर्बाइन स्पीड नियंत्रित की जाती है और टर्बो चार्जर को गैर-ज़रूरी घिसाव से सुरक्षा मिलती है। वहीं, अतिरिक्त गैस को बाहर निकाल कर टर्बाइन व्हील की सुरक्षा की जाती है।
- प्रत्येक सिलिंडर में 4 वॉल्व। इससे इंजन में हवा और ईंधन का प्रवाह होता है और वहां मौजूद गैस को प्रभावी तरीके से बाहर निकाला जाता है। सामान्य इंजनों में 2 वॉल्व डिज़ाइन की तुलना में 4 वॉल्व वाली यह डिज़ाइन छोटी और हल्की होती है, जिससे इंजन को ज्यादा स्पीड तक पहुंचना आसान बनता है।
- इलेक्ट्रिकल ऑइल थर्मोस्टैट। इस थर्मोस्टैट की मौजूदगी से ऑइल तब तक कूलर में नहीं पहुंचता जब तक पूरा ऑइल वर्किंग टेंपरेचर में नहीं आ जाता। इसके कारण ऑइल जल्दी वर्किंग टेंपरेचर तक आ जाता है और आपकी गाड़ी काफी कम समय में फिर से चलने के लिए तैयार हो जाती है।
इन खूबियों से आपकी गाड़ी को क्या फायदा होता है?
इस इंजन के बेहतरीन एक्सिलरेशन और ग्रेडिएंट क्षमताओं के चलते अच्छा ड्राइविंग अनुभव हासिल होता है, जिससे बेहतर माइलेज और निचले गियर्स में ज्यादा टॉर्क मिलता है। इसमें मौजूद बेहतर डाएग्नोस्टिक क्षमता की मदद से किसी भी समस्या की जल्दी पहचान कर उसे ठीक किया जा सकता है।
टाटा मोटर्स कमर्शियल वेहिकल ने टर्बोट्रॉन 2.0 को बाज़ार में लाने से उसके साथ कठिन परिस्थितों में कड़े परीक्षण किए हैं, ताकि अलग-अलग परिस्थितियों में इसकी मज़बूत परफॉर्मेंस सुनिश्चित हो सके। रेगिस्तान से लेकर गड्ढों से भरी सड़क तक, इस इंजन ने अपनी मज़बूती और विश्वसनियता को साबित किया है। इंजन का गहन एवं व्यापक परीक्षण टाटा मोटर्स की ओर से लंबे समय तक चलने वाले, भरोसेमंद प्रोडक्ट प्रदान करने की प्रतिबद्धता दर्शाता है।
व्यावसायिक नज़रिये से देखा जाए तो, ऐसे भरोसेमंद इंजन में निवेश करना बिल्कुल सही कदम साबित हो सकता है क्योंकि इससे बिना किसी परेशानी के समय पर डिलीवरी सुनिश्चित की जा सकेगी। टर्बोट्रॉन 2.0 इंजन, टाटा मोटर्स की ओर से परिवहन सेवाओं पर निर्भर व्यवसायों के लिए एक टिकाऊ एवं प्रभावशाली समाधान पेश करने की वचनबद्धता की पुष्टि करता है।