पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव शुक्रवार को एक इफ्तार पार्टी में साथ नजर आए। नीतीश की इस इफ्तार पार्टी में मौलानाओं समेत तमाम लोगों ने शिरकत की। इस दौरान एक मौलाना ने मुख्यमंत्री के सामने मुसलमान होने का मतलब भी समझाया। बता दें कि नीतीश कुमार ने प्रदेश में साम्प्रदायिक दंगों को रोक पाने में विफलता के आरोप लग रहे है और इस मुद्दे को लेकर बीजेपी सरकार पर लगातार हमले बोल रही है।
मौलाना ने बताया ‘कौन है मुसलमान?’
इफ्तार में मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए मौलाना शमीमुद्दीन अहमद मुन्नवी ने मुसलमान का मतलब समझाया। तकरीर को संबोधित करते हुए मौलाना ने कहा कि ‘धार्मिक वह है जिसके मुंह और हाथ से किसी का नुकसान न हो। मुसलमान वह है जो मुंह से और हाथ से किसी का नुकसान न करे।’ बता दें कि बिहार में रामनवमी शोभायात्रा के दौरान नालंदा जिले के बिहारशरीफ और रोहतास जिले के सासाराम में सांप्रदायिक तनाव भड़क गया था, जिसके बाद पुलिस ने दर्जनों लोगों को गिरफ्तार किया। शोभायात्रा के दौरान हिंसा की घटनाओं को लेकर नीतीश सरकार सवालों के घेरे में है।
‘जल्दी ही सच सामने आ जाएगा’
नीतीश ने दंगों को लेकर आरोपों पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी के खिलाफ रोष जाहिर करते हुए उन लोगों का पर्दाफाश करने की बात कही थी जिन्होंने दंगे की साजिश रची थी। नीतीश ने कहा था कि बिहार में हिंसा कराई गई और माहौल खराब करने की कोशिश की गई। उन्होंने कहा था कि बिहार में कभी कुछ होता नहीं है, क्योंकि सब लोग सावधान रहते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रशासन ने सही तरीके से सबकुछ संभाला है और दावा किया कि सब कुछ जानबूझकर कराया गया गया। उन्होंने कहा कि हिंसा की जांच जारी है और जल्दी ही सच सामने आएगा।