Friday, November 15, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. बिहार
  3. VIDEO: कौन हैं बिहार की बेटी फलक खान, जिनकी फिल्म 'चंपारण मटन' ऑस्कर की दौड़ में हुई है शामिल

VIDEO: कौन हैं बिहार की बेटी फलक खान, जिनकी फिल्म 'चंपारण मटन' ऑस्कर की दौड़ में हुई है शामिल

मुजफ्फरपुर की बेटी फलक अभिनीत फिल्म 'चंपारण मटन' ऑस्कर की रेस में शामिल हो गई है। इसे लेकर उनके पैरेंट्स का कहना है कि फलक ने देश का मान बढ़ाया है, ऐसी बेटी पर नाज है।

Edited By: Malaika Imam @MalaikaImam1
Updated on: July 30, 2023 12:11 IST
ऑस्कर की रेस में फिल्म चंपारण मटन- India TV Hindi
ऑस्कर की रेस में फिल्म चंपारण मटन

बिहार के मुजफ्फरपुर की बेटी फलक अभिनीत फिल्म 'चंपारण मटन' ऑस्कर की दौड़ में शामिल है। फिल्म ऑस्कर के स्टूडेंट एकेडमी अवार्ड-2023 के सेमीफाइनल राउंड में पहुंची है। इस अवार्ड के लिए दुनियाभर के फिल्म प्रशिक्षण संस्थानों की 1700 से अधिक फिल्मों का नामांकन हुआ था। 'चंपारण मटन' का निर्देशन फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, पुणे के रंजन कुमार ने किया है।

नैरेटिव कैटेगरी के सेमीफाइनल में चुनी गई फिल्म

स्टूडेंट एकेडमी अवार्ड चार अलग-अलग श्रेणियों में दिया जाता है। इसमें फलक खान की फिल्म नैरेटिव कैटेगरी में सेमीफाइनल में चुनी गई 16 फिल्मों से मुकाबला करेगी। नैरेटिव श्रेणी में अर्जेंटीना, जर्मनी, बेल्जियम जैसे देशों की फिल्में चुनी गई हैं। चंपारण मटन नैरेटिव समेत अन्य तीन श्रेणियों में शामिल भारत की एकमात्र फिल्म है। स्टूडेंट एकेडमी अवार्ड फिल्म प्रशिक्षण संस्थानों और विश्वविद्यालयों से फिल्म बनाना पढ़ रहे छात्रों की फिल्मों को दिया जाता है। यह ऑस्कर की ही शाखा है। यह अवार्ड 1972 से दिए जा रहे हैं। इस अवार्ड से पुरस्कृत कई फिल्में ऑस्कर से नवाजी जा चुकी हैं।

क्या है फिल्म 'चंपारण मटन' की कहानी?
बिहार के लोगों की कभी हार नहीं मानने की कहानी अभिनेत्री फलक बताती हैं। आधे घंटे की यह फिल्म बिहार के लोगों की अपने रिश्तों के प्रति ईमानदारी और किसी भी हाल में हार न मानने की कहानी है। लॉकडाउन के बाद नौकरी छूट जाने पर गांव लौटने और पत्नी की इच्छा पूरी करने की कोशिश में लगे एक परिवार के इर्द-गिर्द इस फिल्म की कहानी है। कहानी की संवेदनशीलता हर किसी के दिल को छू रही है। यही इसके स्टूडेंट एकेडमी अवार्ड में पहुंचने की वजह है। 

"बेटी ने दुनिया के सामने देश का मान बढ़ाया"
ब्रह्मपुरा निवासी फलक के पिता डॉ. एआर खान और मां डॉ. अजीज खान को बेटी की इस उपलब्धि पर गर्व है। मेंहदी हसन चौक निवासी फलक खान के पिता मैनेजमेंट कॉलेज में प्राचार्य हैं और माता भी प्रोफेसर हैं। इनका रोजाना का ज्यादातर वक्त शिक्षण कार्यों में बितता है। बेटी की फिल्म अवार्ड की दौड़ में शामिल होने पर माता-पिता बहुत खुश हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया के सामने देश का मान बढ़ाया है, ऐसी बेटी पर नाज है।

कौन हैं फलक खान?
बता दें कि फलक खान MIT मुजफ्फरपुर की इंजीनियरिंग की छात्रा रही हैं। MIT से पढ़ाई पूरी कर मुंबई से MBA की पढ़ाई की। इसके बाद मुंबई में रहते हुए डायरेक्टरिंग, प्रोडक्शन, एडिटिंग का कोर्स किया और FK फिल्म प्रोडक्शन के जरिए छोटी-मोटी फिल्मों का कार्य शुरू किया। इस बीच, अभिनीत 'चंपारण मटन' फिल्म ऑस्कर अवार्ड के दौर में शामिल हुई, जो ऑस्कर के स्टूडेंट एकेडमी अवार्ड- 2023 के सेमीफाइनल राउंड में पहुंच गई है। वहीं, फलक खान भी बताती हैं कि इतना बड़ा मुकाम पाने के लिए संघर्ष और माता-पिता का आशीर्वाद ही काम देता है।
- मुजफ्फरपुर से संजीव कुमार की रिपोर्ट 

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। News in Hindi के लिए क्लिक करें बिहार सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement