पटना: पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के बाद से बीजेपी ने तीन राज्यों में अपनी सरकार बनाई। इन तीनों राज्यों में बीजेपी ने जो गणित लगाकर सीएम चुने हैं, वह सीधे तौर पर बीजेपी के 2024 के लोकसभा चुनाव को साधने के प्रयास को दर्शाता है। इसमें सबसे खास रहा एमपी के सीएम का नाम। बीजेपी ने एमपी में मोहन यादव को सीएम बनाया। इसके बाद से ही ये चर्चाएं होने लगीं कि बीजेपी मोहन यादव के जरिए यूपी और बिहार दोनों राज्यों को साधने का प्रयास कर रही है। इसी क्रम में अब एमपी के सीएम मोहन यादव बिहार के दौरे पर आने वाले हैं।
यादव वोट पर लालू परिवार का दबदबा
सीएम मोहन यादव के बिहार आने पर पटना की राजनीति भी गर्म हो गई है। बिहार में लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव का पूरे यादव समाज पर दबदबा माना जाता रहा है। ऐसे में मोहन यादव का बिहार में जाना बीजेपी को कितना फायदा दिला पाएगा, ये तो आने वाले समय में ही पता चल सकेगा। फिलहाल सीएम मोहन यादव के बिहार दौरे को लेकर पत्रकारों ने तेजस्वी यादव से भी सवाल पूछे। इस पर बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि "देश में किसी का भी अधिकार है कोई भी कहीं भी आने जाने के लिए आजाद है। इसमें क्या दिक्कत है।"
यादव वोट में बीजेपी ने शुरू की सेंधमारी
वैसे तो डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव का ये रिएक्शन सामान्य सा ही रहा है, लेकिन कहीं ना कहीं पूरे बिहार के यादव समाज को साधने के लिए बीजेपी ने अपना पहला पत्ता जरूर फेंक दिया है। वहीं दूसरी तरफ दशकों से बिहार के यादव समाज में पैठ बनाने वाले लालू परिवार की साख भी इस बार दाव पर है। वहीं यूपी की बात करें तो फिलहाल यूपी में भारतीय जनता पार्टी की ही सरकार है, लेकिन यहां भी यादव समाज का एक बड़ा धड़ा अखिलेश यादव का समर्थन करता है। ऐसे में इन दोनों राज्यों के यादव वोट बैंक में सेंध लगाने की शुरुआत बीजेपी ने कर दी है। बता दें कि सीएम मोहन यादव 18 जनवरी को पटना आने वाले हैं।
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