पटना: कहा जाता है कि जहां जिस चीज की मनाही होती है, सबसे ज्यादा उस चीज का इस्तेमाल वहीं किया जाता है। यह कहावत उत्तर प्रदेश के पड़ोसी राज्य बिहार पर बिलकुल सटीक बैठती है। राज्य में शराब बंद है, लेकिन इसके बावजूद यहां शराब खूब बेचीं जाती है। लोग जमकर शराब पीते हैं। सरकार और पुलिस दावा करती है कि वह शराब बेचने और पीने वालों पर कार्रवाई कर रही है लेकिन इसके बावजूद ये मामले कम नहीं हो रहे हैं।
अब नया साल नजदीक है। लोग 31 दिसंबर एयर 1 जनवरी की रात को जमकर जश्न मनाएंगे। बिहार में तस्करों के लिए यह समय किसी त्यौहार से कम नहीं है। जिस वजह से इन लोगों ने अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। शराब तस्कर जहां तस्करी के लिए रोज नए तरीके इजाद कर रहे हैं, वहीं पुलिस और उत्पाद विभाग भी इन तस्करों को पकड़ने के लिए चौकस है।
गोपालगंज पुलिस ने हजारों लीटर शराब की जब्त
गोपालगंज में पिछले 24 घंटे की बात करें तो पुलिस और उत्पाद विभाग ने शराब तस्कर द्वारा बाइक में पेट्रोल वाली टंकी और सीट कवर को ही शराब छिपाने का ठिकाना बनाने के तरीके को पकड़ा है। यही नहीं, तस्कर शरीर में जैकेट के अंदर भी शराब छिपाकर तस्करी कर रहे हैं। उत्पाद पुलिस ने पांच शातिर तस्करों की गिरफ्तारी के बाद इसका खुलासा किया है।
गोपालगंज के उत्पाद अधीक्षक राकेश कुमार ने बताया कि यूपी से बाइक की टंकी, सीट कवर के अंदर और शरीर में सेलोटेप से चिपका कर शराब की तस्करी करने वाले पांच तस्करों को गिरफ्तार किया गया है। इनके पास से तीन बाइक और 395 बोतल शराब बरामद की गयी है। उन्होंने कहा कि शराब तस्करों को पकड़ने के लिए ड्रोन, स्कैनिंग मशीन की मदद ली जा रही है। नए वर्ष को लेकर उत्पाद पुलिस ने चेकपोस्ट पर चौकसी बढ़ा दी है।
पुलिस ने शराब सेवन और तस्करी से जुड़े 43 लोगों को गिरफ्तार किया
इधर, पुलिस ने शराब सेवन और तस्करी से जुड़े 43 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, पशु के चारे में शराब की बोतलें छिपाकर लाई जा रही थी, उसे पकड़ा गया। पुलिस के मुताबिक, गोपालगंज पुलिस ने शराब से भरी लग्जरी कार को जब्त किया है। जब्त कार के साथ वैशाली के रहनेवाले दो शराब तस्करों को गिरफ्तार किया है। जब्त ब्रेजा कार से 310 लीटर शराब बरामद की गयी। यह कार्रवाई फुलवरिया पुलिस ने मीरगंज-भोरे पथ पर वाहन जांच के दौरान की।