नई दिल्ली. UPSC का परिणाम घोषित किया जा चुका है। बिहार के शुभम कुमार ने इस साल UPSC की परीक्षा में टॉप किया है। कटिहार के एक कस्बे में पले-बढ़े IIT-Bombay से ग्रेजुएट शुभम कुमार हमेशा से गांव और गांव के लोगों के लिए कुछ करना चाहते थे और उनके इसी उद्देश्य ने उनमें सिविल सेवाओं को लेकल र जुनून पैदा कर दिया। शुभम कहते हैं, "मैं ग्रामीण लोगों के लिए काम करने के अलावा अपने राज्य में शिक्षा, स्वास्थ्य क्षेत्र के विकास के लिए भी काम करना चाहता हूं।"
बिहार कैडर है पहली पसंद
देशभर में पहली रैंक हासिल करने वाले शुभम बिहार कैडर में काम करना चाहते हैं। उन्होंने तीसरे प्रयास में UPSC एग्जाम क्लियर किया। शुभम कहते हैं कि किसी भी सफलता के पीछे कड़ी मेहनत औऱ लगन प्रमुख वजह होती हैं। साल 2018 में इंजीनियरिंग परीक्षा पास करने वाले शुभम का उसी साल UPSC का पहला एग्जाम खराब रहा। वो प्रिलिम्स भी क्लियर नहीं कर पाए। साल 2019 में दूसरे प्रयास में उन्हें 290 रैंक मिली और इस साल उन्होंने एग्जाम टॉप कर दिया,कैसे तैयारी करते थे शुभम
UPSC एग्जाम की तैयारियों को लेकर शुभम कहते हैं कि वो हर रोज 7 से 8 घंटे तक पढ़ते थे, पिछले सालों के एग्जाम पेपर, मॉक टेस्ट पेपर प्रैक्टिस किया करते थे। शुभम ने बताया कि उन्होंने मुख्य परीक्षा में एंथ्रोपोलॉजी को अपने वैकल्पिक पेपर के रूप में लिया क्योंकि यह काफी स्कोरिंग है। शुभम इस सफलता के लिए अपने IIT के बैचमेट्स को श्रेय भी देते हैं।
कोरोना ने नहीं किया ज्यादा प्रभावित
शुभम कहते हैं कि कोविड -19 महामारी तनाव देने वाली तो थी लेकिन इस वजह से उनकी तैयारियां ज्यादा प्रभावित नहीं हुईं। शुभम ने इस दौरान बाहर की गतिविधियों के बजाय घर पर रहकर ही पढ़ाई पर फोक्स किया। अपने इंटरव्यू के बारे में बात करते हुए वो बताते हैं कि इंटरव्यू के दौरान आपके व्यक्तित्व और विषय के गहन ज्ञान की गहन जांच होती है। उन्होंने कहा, "मुझसे ग्रामीण, कृषि क्षेत्र, सरकार की विभिन्न नीतियों को लेकर प्रश्न किए गए और आत्मविश्वास से भरे उत्तरों ने मुझे साक्षात्कार को पास करने में मदद की।"
UPSC की तैयारी कर रहे स्टूडेंट्स को दी ये सलाह
शुभम ने यूपीएससी की तैयारी करने वाले उम्मीदवारों को consistent बने रहे, कड़ी मेहनत करने और धैर्य रखने की सलाह दी। शुभम के अनुसार, नियमित रूप से मेहनत ही सफलता की कुंजी है। उन्होंने अपनी सफलता के लिए अपने माता-पिता, IIT-Bombay के टीचर्स और दोस्तों को श्रेय दिया।