पटना: केंद्रीय मंत्री और बीजेपी का फायरब्रांड नेता गिरिराज सिंह ने कहा कि जितने भी आक्रांता यहां आए उनकी निशानी मिटा देनी चाहिए। इंडिया टीवी से बातचीत में गिरिराज सिंह ने कहा कि आजादी के बाद दुनिया का कोई देश ऐसा नहीं है जिसने लुटेरों और आक्रांताओं की निशानियों को नहीं मिटाया हो। ये तो कांग्रेस पार्टी वाले झगड़ा लगाकर चले गए। अगर उसी समय सारे चिन्ह मिटा दिए जाते तो आज यह झंझट ही नहीं होता। सारे झंझट के पीछे कांग्रेस पार्टी है क्योंकि कांग्रेस पार्टी हिंदू विरोधी थी।
देश के हजारों मंदिरों को तोड़कर मस्जिदें बनाई गईं
गिरिराज ने अपने इस बयान के पीछे तर्क देने हुए कहा कि अगर कांग्रेस हिंदू विरोधी नहीं होती तो नेहरू जी सोमनाथ में अड़चन नहीं डालते। जितने आक्रांताओं की निशानी है सबको मिटा देना चाहिए। सबको दिखाई दे रहा है कि ज्ञानवापी में किसने क्या किया, मथुरा में कौन किया, देश के हजारों मंदिरों को तोड़कर उन्होंने मस्जिदें बनाई गईं, आप हमारे मुंह से क्यों सुनना चाहते हैं।
कांग्रेस पार्टी ने राम के अस्तित्व को नकारा
वहीं कांग्रेस नेता पवन खेड़ा के बयान पर गिरिराज सिंह ने कहा कि राम जन्मभूमि ट्रस्ट सारा काम कर रहा है। बीजेपी राम भक्त है, राम की भक्ति में मस्त है, जितने राम भक्त हैं, चाहे किसी भी पार्टी के हों वह राम भक्त मस्त हैं। जो राम भक्त नहीं है वह राम को गालियां दे रहा है, राम के अस्तित्व को नकार रहा है। यही पवन खेड़ा की पार्टी थी ना जो राम के अस्तित्व को ही नकारा करती थी, यही कांग्रेस पार्टी है ना जो रामसेतु को लेकर क्या कह रही थी, यही कांग्रेस पार्टी है ना जिनके वकील कोर्ट में कह रहे थे कि अभी इसको लटकाइए .. तो ये राम भक्त कहां से होंगे।
तारीख भी बता रहे हैं और निमंत्रण भी दे रहे
गिरिराज सिंह ने कहा कि जिस समय कार सेवक गोलियां खा रहा था, वह आस्था की पराकाष्ठा थी। गोली खाते हुए रामभक्त कह रहा था कि 'रामलला हम आएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे' और ये कहते थे कि 'तारीख नहीं बताएंगे' अब तारीख भी बता रहे हैं और ट्रस्ट उनको निमंत्रण भी दे रहा है।
जो रामभक्त होंगे वह सब आएंगे
वहीं शंकराचार्य क़ी नाराजगी पर गिरिराज सिंह ने कहा कि कोई शंकराचार्य नाराज नहीं हैं, एक दो शंकराचार्य शुरू से ही नाराज हैं, एक शंकराचार्य के गुरु काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का भी विरोध कर रहे थे। क्या कीजिएगा, इन्हें मनाने की कोशिश हो रही है, संतों का हम सम्मान करते हैं। सारे संत आ रहे हैं। राममंदिर जब साढ़े 5 सौ साल के बाद राम भक्तों के आह्वान पर राम भक्तों की सेवा से फिर से बन रहा है तो जो लोग भी राम भक्त होंगे वह सब आएंगे।