बिहार में अब एक बार फिर से एक पुल पर खतरा मंडराने लगा है। दरअसल अचानक जलस्तर के बढ़ जाने के कारण मधुबनी जिले में एक निर्माणाधीन पुल का गर्डर गिर गया। आपको बता दें कि दो दिन पहले यानी 26 जून को ही इस पुल के गर्डर की ढलाई हुई थी जो आज ढह गया है। मधेपुर प्रखंड के भेजा कोसी बांध चौक से महपतिया मुख्य सड़क में ललवारही निकट की यह घटना है। इसमें राहत की बात यह है कि इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
कैसे गिरा पुल का गर्डर?
मधुबनी जिले के मधेपुर प्रखंड के भूतही बालन नदी में बारिश के बाद अचानक जलस्तर बढ़ गया। अब अचानक बढ़े जलस्तर के कारण पुल का यह गर्डर गिर गया। बता दें कि 2 पिलर के बीच में बीम ढालने के लिए सेंट्रिंग किया गया था जो पानी में बह गया। अब सेंट्रिंग के बह जाने के बाद यह गर्डर ढह गया। पुल के गर्डर के गिरने के बाद लोगों ने यह अफवाह फैला दी की पुल गिर गया है। मगर आपको बता दें कि पुल नहीं बल्कि पुल का गर्डर गिरा है।
बीते 10 दिनों में हुई पुल से जुड़ी घटनाएं
अब तक बिहार में बीते 10 दिनों में कुल 4 पुल के गिरने की घटना सामने आई है। बिहार में 18 जून को अररिया जिले के सिकटी में बकरा नदी पर बने पुल का एक हिस्सा गिर गया था। इसके चार दिन बाद यानी 22 जून को सिवान जिले के दरौंदा और महाराजगंज को जोड़ने वाली नहर पर बना पुल गिर गया था। पुल गिरने की तीसरी घटना मोतिहारी जिले की थी। जहां 23 जून को घोड़ासहन इलाके में पुल का निर्माण चल रहा था कि तभी वह भरभराकर गिर पड़ा। इसके बाद पुल गिरने की चौथी घटना कल यानी 27 जून को किशनगंज जिले में सामने आई। किशनगंज जिले में मडिया नदी पर 2011 में बना पुल का पिलर ढह गया।
(कुमार गौरव की रिपोर्ट)
ये भी पढ़ें-
बिहार में MLA और सब-इंस्पेक्टर के बीच हुई तीखी नोंकझोंक, जानें दोनों पक्षों ने क्या कहा
बिहार विधानसभा और विधानमंडल में BJP का कद बढ़ने के बाद NDA हुआ और मजबूत