
भारत नेपाल सीमा से सटे किशनगंज जिले में 26 दिनों के बाद मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में कब्र खोदकर एक व्यक्ति के शव को बाहर निकाला गया। मृतक के भाई नोमान आलम के द्वारा जिला पदाधिकारी विशाल राज और पुलिस अधीक्षक सागर कुमार से न्याय की गुहार लगाई गई थी जिसके बाद जिला पदाधिकारी विशाल राज के द्वारा मजिस्ट्रेट की प्रतिनियुक्ति की गई और बुधवार को कब्र खोद कर शव को बाहर निकाल कर पोस्टमार्टम हेतु सदर अस्पताल भेजा गया।
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि कि मुजम्मिल की संदिग्ध परिस्थितियों में बीते 27 फरवरी 2025 को मौत हुई थी। मृतक के भाई नोमान आलम ने पुलिस अधीक्षक सागर कुमार को दिए गए आवेदन में कहा है कि उसके भाई की किसी अज्ञात स्थान पर हत्या करने के बाद शव को घर के आंगन में लाकर रख दिया गया था। उस वक्त जब वो थाने में मामला दर्ज करवाने जा रहे थे तो कुछ लोगो ने धमकी देकर थाने नहीं जाने दिया।
प्रेम प्रसंग में हत्या का शक
नोमान आलम ने गांव के ही सोहेल और उसकी पत्नी पर हत्या का शक जताया है। उसका कहना है कि सोहेल और उसकी पत्नी अरशदी ने ही उसके भाई की हत्या कर दी और शव को आंगन में लाकर रख दिया। इधर, शव निकाले जाने की सूचना के बाद मौके पर ग्रामीणों की भारी भीड़ जुट गई। पुलिस ने शव को बाहर निकाल कर पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया है। एफएसएल की टीम के द्वारा भी घटना स्थल से साक्ष्य एकत्रित किया गया है।
एसडीपीओ गौतम कुमार ने बताया कि 21 मार्च 2025 को फतेहपुर थाना में FIR दर्ज की गई थी। जांच के लिए मृतक के शव को कब्र से निकाला गया है। उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का खुलासा हो सकेगा। कब्र से शव निकाले जाने की सूचना आग के तरह चारों तरफ फैल गई और इस मामले को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है।
(रिपोर्ट- राजेश दुबे)
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