दरभंगा: बिहार के दरभंगा में एक धार्मिक ध्वज फहराने को लेकर हुई झड़प के बाद उपजे तनाव के बीच जिले में विभिन्न सोशल मीडिया वेबसाइट्स पर 30 जुलाई तक पाबंदी लगा दी गई है। राज्य सरकार की ओर से बृहस्पतिवार को जारी अधिसूचना में यह जानकारी दी गई। इसमें कहा गया है कि कुछ असामाजिक तत्व जनता के बीच ‘अफवाह और असंतोष’ फैलाने के लिए आपत्तिजनक सामग्री साझा करने के लिए इंटरनेट का उपयोग कर रहे हैं, ताकि उन्हें शांति को भंग करने के अलावा जीवन और संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के लिए उकसाया जा सके।’’
30 जुलाई शाम 4 बजे तक लागू रहेगा प्रतिबंध
गृह विभाग (बिहार सरकार) की ओर से कहा गया है, ''विभाग सभी इंटरनेट सेवा प्रदाताओं (आईएसपी) को निर्देश देता है कि सोशल नेटवर्किंग साइटों या एप्लिकेशन के माध्यम से किसी भी विषय से संबंधित कोई भी संदेश 27 जुलाई को शाम चार बजे से 30 जुलाई को शाम चार बजे तक दरभंगा जिले में नहीं भेजा जाएगा।’’ हालांकि, स्थानीय लोगों ने शिकायत की कि जिले में अन्य वेबसाइटें भी काम नहीं कर रही हैं, जिससे इंटरनेट आधारित आवश्यक सेवाएं प्रभावित हो रही हैं।
धार्मिक ध्वज फहराने के बाद बढ़ा तनाव
पुलिस ने कहा कि रविवार को दरभंगा शहर के बाजार समिति चौक के पास झड़प तब हुई जब कुछ लोगों ने दूसरे समुदाय के पूजा स्थल के करीब धार्मिक ध्वज फहराने पर आपत्ति जताई। उन्होंने बताया कि तनाव बढ़ने पर दोनों समुदायों के सदस्य तब तक पथराव करते रहे जब तक पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने स्थिति पर काबू नहीं पा लिया।
दरंभगा में हालात काबू में-एडीजी
बिहार पुलिस (मुख्यालय) के अपर महानिदेशक (एडीजी) जेएस गंगवार ने बृहस्पतिवार को पटना में संवाददाताओं से कहा, “दरभंगा में स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए क्षेत्र में पर्याप्त बल तैनात किया गया है। जिला पुलिस इलाके में निगरानी कर रही है।"
मुहर्रम के मद्देनजर पूरे बिहार में बढ़ाई गई सुरक्षा
एडीजी ने आगे कहा कि मुहर्रम को देखते हुए पूरे बिहार में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। मुहर्रम के लिए राज्य रिजर्व पुलिस, सशस्त्र पुलिस और अर्धसैनिक बलों की तैनाती सहित विस्तृत सुरक्षा व्यवस्था की गई है। किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए राज्य में बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस (बीएसएपी) की 24 कंपनियां, 4500 होम गार्ड, 7790 प्रशिक्षु कांस्टेबल और अर्धसैनिक बलों की छह कंपनियां तैनात की गई हैं। (भाषा)