पटना: लालू के बेटे तेजप्रताप यादव ने आरजेडी के 25वें स्थापना दिवस पर कुछ ऐसा किया कि उनके छोटे भाई तेजस्वी यादव उनके लपेटे में आ गए। बता दें कि जब तेजप्रताप यादव पटना के आरजेडी दफ्तर में मंच पर चढ़े तो लगा कि वो भी बाकी नेताओं को तरह अपनी पार्टी का गुणगान करेंगे। लेकिन वो जब शुरू हुए तो उन्होंने पार्टी के कई नेताओं के साथ-साथ छोटे भाई तेजस्वी को भी लपेटे में ले लिया। तेजप्रताप ने कहा, ''मुझे पूजा पाठ करने में आज वक्त लग गया जिसके चलते कार्यक्रम में आने में देर हो गई। ऐसे में तेजस्वी यादव बाजी मार गए और मंच पर आकर पहले बैठ गए।''
राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) की रजत जयंती समारोह के मौके पर इशारो-इशारों में तेजप्रताप ने प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह समेत कई नेताओं को भी लपेटे में ले लिया। तेजप्रताप ने कहा, ''मैं जब भी मंच पर आता हूं तो पिताजी की तरह मनोरंजन करने का काम करता हूं। संगठन में बहुत सारे लोग ऐसे हैं जो संगठन को आगे जाने देना नहीं चाहते हैं। मैं नाम नहीं लेना चाहता हूं, लेकिन सच्चाई लोग सुनना नहीं चाहते हैं। हम इशारे में बहुत बात बोल गए हैं, समझने वाले समझ गए होंगे।''
तेज प्रताप ने कहा, ''हमने पिताजी (लालू यादव) की विचारधारा को फॉलो करने का काम किया है। पिताजी ने छात्र जीवन से राजनीति की शुरुआत की, इसलिए मैंने भी अपना दाखिला बीएन कॉलेज में कराया। बीएन कॉलेज के जिस क्लासरूम में जिस बेंच पर पिताजी बैठते थे, हम भी वहीं बैठ चुके हैं। संगठन में समुद्र होता है। इसमें उतार चढ़ाव होता रहता है। कई बार कई लोग नाराज हो जाते हैं उन्हें मनाने का काम किया जाना चाहिए। जब मैं बोलता हूं तो कुछ लोग हंसते हैं, जब पिताजी बोलते थे तब भी विरोधी लोग ऐसा ही करते थे। बहुत सारे लोग तरह तरह की खराब बातें करते हैं। लेकिन मेरे पीछे कोई क्या बोल रहा है मैं उसपर ध्यान नहीं देता।''