Highlights
- तेजस्वी ने दूसरे समुदाय की लड़की से शादी कर लालू प्रसाद के परिवार की छवि खराब की है: साधु यादव
- साधु यादव ने कहा, तेजस्वी यादव बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष कहलाने के लायक नहीं हैं।
- साधु यादव ने कहा कि विवाह समारोह में शामिल होने वाले लालू प्रसाद के पुराने सहयोगी प्रेम गुप्ता एक भ्रष्ट व्यक्ति हैं।
पटना: राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव के मामा साधु यादव शुक्रवार को अपने पूर्व सहपाठी रेचल के साथ अंतर-सामुदायिक विवाह को लेकर अपने भांजे पर भड़क गए। गोपालगंज के पूर्व सांसद साधु यादव ने अपने भांजे तेजस्वी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा, ‘तेजस्वी ने दूसरे समुदाय की लड़की से शादी कर लालू प्रसाद के परिवार की छवि खराब की है। वह बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष कहलाने के लायक नहीं हैं।’
‘तेजस्वी हम पर शासन करना चाहते हैं’
साधु यादव ने कहा, ‘वह परिवार और पार्टी में मनमानी कर रहे हैं। वह हम पर शासन करना चाहते हैं। हम उन्हें ऐसा करने की अनुमति नहीं दे सकते। हम उनका बहिष्कार करेंगे। हम उन्हें सबक सिखाएंगे।’ बता दें कि साधु यादव को समारोह में आमंत्रित नहीं किया गया था। उन्होंने कहा कि विवाह समारोह में शामिल होने वाले लालू प्रसाद के पुराने सहयोगी प्रेम गुप्ता एक भ्रष्ट व्यक्ति हैं। साधु यादव ने कहा, ‘वास्तव में शादी में शामिल हुए सभी आमंत्रित व्यक्ति भ्रष्ट हैं।’
शादी में आमंत्रित थे सीमित लोग
तेजस्वी यादव ने गुरुवार को दक्षिणी दिल्ली के सैनिक फार्म इलाके में परिवार के सभी सदस्यों की मौजूदगी में शादी की। उन्होंने सीमित लोगों को शादी में आमंत्रित किया था। यहां तक कि राष्ट्रीय जनता दल के बिहार अध्यक्ष जगदानंद सिंह और अन्य शीर्ष नेताओं को भी इस कार्यक्रम में आमंत्रित नहीं किया गया था। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी इस शादी का न्योता नहीं दिया गया था।
काफी सादगी से हुई तेजस्वी की शादी
रेचेल के संबंध में सिर्फ इतनी जानकारी उपलब्ध है कि वह हरियाणा के एक व्यावसायी की बेटी हैं और यह जोड़ा बचपन से एक-दूसरे को जानता है। राष्ट्रीय जनता दल के विधायकों ने पार्टी के ट्विटर हैंडल पर तेजस्वी की शादी की तस्वीरें साझा करके उन्हें बधाई दी है। तेजस्वी लालू-राबड़ी की 9 संतानों में आठवें और विवाह बंधन में बंधने वाले अंतिम हैं। हालांकि जिस सादगी के साथ उन्होंने विवाह किया, वह उनके अन्य भाई-बहनों की धूमधाम से हुई शादियों से बिल्कुल विपरीत था।