
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव ने सोमवार को आरोप लगाया कि बिहार में नीतीश कुमार सरकार द्वारा पेश किया गया बजट ‘‘बढ़ा-चढ़ाकर झूठ और जुमलों की स्याही से तैयार किया गया है। उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी द्वारा राज्य में चुनाव से पहले अंतिम बजट पेश किए जाने के तुरंत बाद विधानसभा परिसर के बाहर यादव ने संवाददाताओं से कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सत्ता से बाहर हो जाएगा। पूर्व उपमुख्यमंत्री यादव ने कहा कि यह अजीब है कि राजस्व सृजन न होने के बावजूद बजट का आकार बढ़ता जा रहा है। 3.71 लाख करोड़ रुपये का आंकड़ा अत्यधिक बढ़ा-चढ़ाकर बताया गया है।
बिहार मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहा है: तेजस्वी यादव
उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा लगता है कि बजट दस्तावेज झूठ में डूबी स्याही से लिखे गए हैं। वे इसे पांच लाख करोड़ रुपये कर सकते थे।’’ तेजस्वी ने कहा, ‘‘जमीनी सच्चाई यह है कि आधुनिक सुविधाएं तो छोड़िए बिहार अब भी मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहा है।’’ यादव ने कहा, ‘‘सरकार राजस्व सृजन कर नहीं पा रही है लेकिन बजट को बढ़ा दे रही है। इन्हें कुर्सी और सरकार बचाने की चिंता है लेकिन हमें बिहार बचाने और बनाने की चिंता है।’’ बता दें कि इससे पहले तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार की सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि जैसे 15 साल पुरानी गाड़ी को सड़कों पर चलाना प्रतिबंधित है ठीक उसी तरह से बिहार में पिछले 20 साल से सत्तारूढ़ नीतीश कुमार की अगुवाई वाली सरकार को बदल देना चाहिए।
नीतीश कुमार पर तेजस्वी यादव ने साधा निशाना
उन्होंने शनिवार को बिहार सरकार पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि दो दशक पुरानी सरकार को ठीक उसी तरह बदलने का समय आ गया है, जैसे राज्य में प्रदूषण फैलाने के कारण 15 साल पुराने वाहनों के इस्तेमाल पर प्रतिबंध है। यादव ने कहा कि बिहार में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार अब राज्य के लोगों पर ‘‘बोझ’’ बन गई है। विधानसभा में विपक्ष के नेता ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘बिहार में 15 साल पुरानी गाड़ी चलाने की अनुमति नहीं है क्योंकि वो अधिक धुआं फेंकती है, प्रदूषण बढ़ाती है और जनता के लिए हानिकारक है तो फिर राजग की 20 साल पुरानी जोड़-तोड़, पलटा-पलटी वाली खटारा सरकार क्यों चलेगी?’’ उन्होंने कहा, ‘‘20 वर्ष की (मुख्यमंत्री) नीतीश (कुमार) सरकार ने विगत साल में बिहार की हर गली, हर टोले, हर गांव में गरीबी, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, अपराध और पलायन रूपी भयंकर प्रदूषण फैला दिया है।’’
(इनपुट-भाषा)