मुजफ्फरपुर: RJD नेता तेजस्वी यादव ने मंगलवार को दावा किया कि हमारे साथ ‘माई’ (MY, मुस्लिम-यादव) ही नहीं बल्कि ‘बाप’ (BAAP, B-बहुजन, A- अगड़े, A-आधी आबादी और P से पुअर यानी कि गरीब) भी हैं। बिहार के मुजफ्फरपुर जिले से अपनी जन विश्वास यात्रा की शुरुआत करते हुए यादव ने कहा, ‘लोग बोलते है कि हम RJD, MY (मुस्लिम-यादव) की पार्टी है। सुनो, हमारे साथ एमवाई ही नहीं बल्कि ‘बाप’ भी है। बी-बहुजन, ए- अगड़े, ए-आधी आबादी और पी से पुअर (गरीब) और ये सब ए टू जेड में आते है। यहां इस जनसैलाब में देखिए। सभी ए टू जेड जाति, वर्ग और मजहब के लोग हैं।’
‘बस इधर-उधर करना नीतीश जी का काम है’
मुजफ्फरपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए RJD के युवा नेता ने अपने पूर्व सहयोगी और प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तथा BJP पर तीखा हमला बोला। यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पुराने ख्यालात वाला बताते हुए कहा कि बस इधर-उधर करना ही उनका काम है। RJD नेता कहा कि हमने जो रोजगार और नौकरी की लकीर खींची है, अब देश में कोई भी नेता हो, कोई भी सरकार हो अब वो नौकरी की ही बात करेगी। उन्होंने कहा कि बिहार में कुमार की पार्टी JDU तीसरे नंबर की पार्टी है, लेकिन वे 9 बार शपथ ले चुके हैं और एक कार्यकाल में 3 बार।
‘बिहार के लोग RJD पर अपना प्यार लुटा रहे हैं’
अपनी यात्रा के लिए रवाना होने से पहले पटना में तेजस्वी ने कहा, ‘नीतीश कुमार जी के पास राज्य के लोगों के लिए कोई दृष्टिकोण नहीं है और न ही उनके पास गठबंधन बदलने का कोई कारण था। उन्होंने कहा कि आज उन्हें माता की ममता, पिता की क्षमता और अपनी पत्नी (राजश्री) के समर्थन से ताकत मिल रही है। यादव ने कहा, ‘बिहार के लोग RJD पर अपना प्यार लुटा रहे हैं, यही कारण है कि यह लंबे समय से विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी रही है। मैं उनसे आग्रह करने जा रहा हूं कि वे हमें और भी मजबूती से समर्थन दें ताकि हम उनके लिए काम कर सकें।’
लालू और राबड़ी ने तेजस्वी को दिया आशीर्वाद
इस अवसर पर RJD सुप्रीमो लालू यादव ने तेजस्वी को आशीर्वाद देते हुए उनके बारे में कहा,‘पूरा आशीर्वाद है। बहुत काम किया है आगे भी करेगा। जनता जनार्दन से मेरी अपील है इसके मनोबल को बढ़ाएं ताकि वह अपना लक्ष्य हासिल कर ले।’ वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने कहा, ‘नीतीश ने हमारे साथ जो किया वह अनुचित था। वह हमेशा भागते हैं। हम कभी साझेदारी नहीं तोड़ते।’ अपनी 11 दिन की इस यात्रा पर रवाना होने से पहले उन्होंने पूजा-अर्चना की और गाय को रोटी खिलायी। इससे पहले तेजस्वी ने पिता लालू और माता राबड़ी का आशीर्वाद लिया और अपनी पुत्री कात्यायनी को गोद में लेकर प्यार कर उसके पैर को अपने माथे से लगाया। (भाषा)