पटना: बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव अक्सर अपनी कम पढ़ाई-लिखाई को लेकर चर्चा में रहते हैं। भारतीय जनता पार्टी समेत कई विरोधी दलों के कई नेता उन्हें इसे लेकर ट्रोल भी करते हैं। लेकिन इस बार राष्ट्रीय जनता दल के नेता और राज्य के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने अपनी कम पढ़ाई-लिखाई को लेकर खुलकर बोला है। उन्होंने कहा कि मैं दो-दो सीएम का बच्चा हूं, लेकिन मैंने ईमानदारी से काम किया।
लोगों के पास जाली डिग्रियां हैं लेकिन मैंने नहीं ली- तेजस्वी
तेजस्वी यादव ने कहा कि मेरी मां रावड़ी देवी और पिता लालू यादव मुख्यमंत्री रहे हैं। वे एक बड़े नेता हैं। हम चाहते तो हमें डिग्री मिल जाता लेकिन मैंने ईमानदारी से काम किया। उन्होंने कहा कि लोगों के पास जाली डिग्रियां हैं लेकिन मैंने नहीं ली। अगर हम चाहते तो डिग्रियां घर की चौखट पर मिलतीं, लेकिन मैंने नहीं बनवाईं।
'बच्चों को खेलने के लिए प्रेरित कीजिए'
एक स्कूल के कार्यक्रम में बोलते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि मैं सभी अभिभावकों से कहना चाहूंगा कि अब पुराना वाला कहावत मत मानिए कि 'पढेंगे-लिखेंगे बनेंगे नवाब और खेलेंगे-कूदेंगे बनेंगे ख़राब'। आज के समय में खेल-कूद बेहद ही आवश्यक हो गया है। अपने बच्चों को लैपटॉप, कंप्यूटर और मोबाइल से बाहर निकालिए और उन्हें खेलने के लिए प्रेरित कीजिए। कोरोना के बाद से तो शारीरिक गतिविधि तो और भी ज्यादा आवश्यक हो गई है।