Highlights
- तेजस्वी यादव ने द्रौपदी मुर्मू को लेकर दिया बयान
- राष्ट्रपति भवन में कोई मूर्ति नहीं चाहते: तेजस्वी यादव
- 'उनका बयान महिला विरोधी मानसिकता को दर्शाता है'
Tejashwi Yadav on Presidential Candidate: राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता और बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने एनडीए की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को लेकर ऐसी टिप्पणी की है, जिसे लेकर राजनीतिक गलियारों में घमासान मच गया है। आरजेडी नेता ने द्रौपदी मुर्मू पर टिप्पणी करते हुए कहा कि राष्ट्रपति भवन को 'मूर्ति' की जरुरत नहीं है।
दरअसल, तेजस्वी यादव ने द्रौपदी मुर्मू का जिक्र करते हुए उनकी तुलना विपक्ष के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा से की। इस दौरान उन्होंने कहा, "हम राष्ट्रपति भवन में कोई मूर्ति नहीं चाहते, हम राष्ट्रपति का चुनाव कर रहे हैं। आपने हमेशा यशवंत सिन्हा को सुना होगा, लेकिन हमने सत्ताधारी पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार (द्रौपदी मुर्मू) की आवाज कभी नहीं सुनी है।"
मीडिया से पूछते हुए उन्होंने कहा, "मुझे नहीं लगता कि आपने भी उनकी आवाज सुनी होगी। उम्मीदवार बनने के बाद से उन्होंने एक भी प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं की है।" आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने द्रौपदी मुर्मू को लेकर ये टिप्पणी शनिवार को शिवहर में की थी।
पुडुचेरी कांग्रेस ने उन्हें 'डमी' कहा- शाहजाद पूनावाला
तेजस्वी के इस बयान पर बीजेपी ने पलटवार किया है। बीजेपी नेता शाहजाद पूनावाला ने कहा, "कांग्रेस ने मुर्मू जी को 'ईविल' के रूप में लेबल किया। पुडुचेरी कांग्रेस ने उन्हें 'डमी' कहा और अब आरजेडी ने उन्हें 'मूर्ति' कहा। आज पहली महिला आदिवासी नेता भारत की राष्ट्रपति होंगी, लेकिन हर दिन विपक्षी नेता उनका अपमान कर रहे हैं। यह उनकी आदिवासी विरोधी और महिला विरोधी मानसिकता को दर्शाता है।"
तेजस्वी यादव के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने तेजस्वी की मां और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी का उदाहरण दिया। उन्होंने 1990 के दशक के अंत में चारा घोटाले में नाम आने पर लालू प्रसाद के मुख्यमंत्री पद छोड़ने और उनकी पत्नी राबड़ी देवी के अचानक राजनीति में प्रवेश करने का जिक्र करते हुए कहा, "तेजस्वी यादव ने अपने परिवार में ही देखा है कि किस तरह एक अशिक्षित गृहिणी को पार्टी में अनेक अनुभवी नेताओं की अनदेखी कर सर्वोच्च पद पर बैठा दिया गया।"
'झारखंड मुक्ति मोर्चा भी उनका समर्थन कर रही है, वह एनडीए में नहीं'
जायसवाल ने कहा कि मुर्मू अपने दम पर यहां तक पहुंची हैं और ओडिशा विधानसभा की सदस्य के रूप में खुद को साबित कर चुकी हैं, जिन्हें एक बार सर्वश्रेष्ठ विधायक का खिताब भी मिल चुका है। बीजेपी नेता ने कहा, "झारखंड की राज्यपाल के रूप में उनका कार्यकाल निर्विवाद और मिसाल की तरह रहा है। इसलिए राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा भी उनका समर्थन कर रही है, जबकि वह एनडीए में नहीं है, लेकिन शायद तेजस्वी यादव अपनी मेहनत से यहां तक पहुंचीं महिला का सम्मान नहीं कर सकते।" उन्होंने तेजस्वी पर मुर्मू के खिलाफ टिप्पणी करके बिहार का मजाक उड़वाने का आरोप लगाया और उनसे माफी मांगने को कहा।
गौरतलब है कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए सोमवार यानी 18 जुलाई को संसद के मानसून सत्र के पहले दिन मतदान किया जाएगा। इससे पहले तेजस्वी यादव का बयान सामने आया है। आरजेडी ने पहले ही विपक्षी उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को समर्थन देने की घोषणा कर चुका है।