बिहार में अगले साल 2025 में विधानसभा चुनाव होने हैं। हालांकि, चुनाव से 1 साल पहले ही भाजपा-जेडीयू के NDA और राजद के बीच हमलावर बयानबाजी शुरू हो गई है। दरअसल, हाल ही में तेजस्वी यादव ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार पर उनकी जासूसी करने का आरोप लगाया है। अब तेजस्वी के इस आरोप को लेकर भाजपा और जेडीयू के नेताओं ने तीखा निशाना साधा है। आइए जानते हैं पूरा मामला।
तेजस्वी ने क्या लगाया है आरोप?
तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया था कि एक जगह हमारी बैठक में CID और स्पेशल ब्रांच वाले बैठे हुए थे और नोट कर रहे थे। हमें लगा कि पत्रकार हैं। पार्टी की जो आंतरिक बैठक होती है उसमें फोटो लेने के बाद पत्रकार बाहर चले जाते हैं। मगर कुछ लोग हिलने का नाम नहीं ले रहे थे। बाद में पता चला कि वो लोग स्पेशल ब्रांच और CID के लोग थे। बकायदा उन्होंने अपना कार्ड दिखाया।' तेजस्वी यादव ने इसके बाद कहा कि मुख्यमंत्री पूरी तरीके से जासूसी करवा रहे हैं, यह साफ हो चुका है। वो भयभीत हैं, डरे हुए हैं।
माता-पिता के अलावा पहचान क्या- डिप्टी CM
बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने पूरे मामले पर तेजस्वी यादव पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव जी आपके माता-पिता के अलावा आपकी पहचान क्या है। आपके माता-पिता की आज तक जासूसी नहीं की गई। जनता के बीच आपकी क्या गतिविधियां हैं, जिससे कि जनता आपको चाहती है कि आपकी जासूसी होगी। यह सब बेकार की बातें हैं।
जेडीयू ने भी बोला हमला
बिहार के जल संसाधन मंत्री और जदयू नेता विजय कुमार चौधरी ने तेजस्वी के आरोप को नकार दिया है। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि अगर कोई जासूसी कर रहा है तो सतर्क रहना चाहिए। वहीं, जदयू के एक अन्य नेता और राज्य मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि जासूसी उनकी कराई जाती है जिसे डर और भय हो। हमारे नेता नीतीश कुमार ने 18 वर्षों के अपने शासनकाल के दौरान उनके पिताजी की तो जासूसी कराई नहीं। तेजस्वी की जासूसी क्यों कराएंगे। हमारे नेता इस इन सब में विश्वास नहीं करते। जो लोग अखंड भ्रष्टाचार में डूबे रहते है, उन्हें हर तरफ भ्रष्टाचार ही नजर आता है। (इनपुट: भाषा)
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