पटना. केंद्र सरकार ने राज्यों को लॉकडाउन की वजह से दूसरे राज्यों में फंसे अपने लोगों को निकालने की अनुमति दे दी है। बिहार में इसको लेकर अभी भी सियासत जारी है। विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है।
उन्होंने ट्वीट कर कहा, "माननीय मुख्यमंत्री जी, विपक्ष सरकार को 2000 बस दे रहा है। बसें ले लीजिए और हमारे ग़रीब बिहारी भाइयों को ले आइए। भले इसका श्रेय भी आप ले लीजिए। हमें कोई आपत्ति नहीं। लेकिन कृपया कर के तत्काल प्रभाव से कुछ किजीए। कितना सोचेंगे। ये सोचने का समय नहीं कर्तव्य करने का समय है।"
'25 लाख लोगों को लाने के लिए चाहिए 1.70 लाख बसें'
इससे पहले बिहार सरकार में मंत्री अशोक चौधरी ने कहा है कि अगर हम सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करेंगे तो हमें अन्य राज्यों में फंसे बिहार के 25 लाख रजिस्टर्ड मजदूरों को लाने के लिए 1.70 लाख बसों की जरूरत पड़ेंगी। हमने इसके लिए नोडल टीम बना दी है लेकिन उन्हें वापस लाने के लिए स्थिति हमारे अनुकूल नहीं है।
पप्पू यादव ने कोटा से छात्रों को वापस लाने भेजी 30 बसें
जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व सांसद पप्पू यादव ने राजस्थान के कोटा में फंसे बिहारी छात्रों को वापस लाने के लिए 30 बसें भेजी है। पप्पू यादव ने ट्वीट किया,"बिहार सरकार के पास धन नहीं है। मैं तन-मन-धन से हर बिहारी को बिहार वापस लाने को प्रतिबद्घ हूं। कोटा से छात्रों को लाने हेतु वहां 30 बसें लगवा दी है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी से आग्रह है कि वह बस सेनेटाइज करवा कर, छात्रों की सुरक्षित यात्रा का इंतजाम सुनिश्चित कराएं।"
With inputs from ANI/IANS