Highlights
- अमित शाह से हवाई जहाज का टिकट मांग रहे हैं तेजस्वी यादव
- बिहार के पूर्णिया हवाईअड्डा से जुड़ा है मामला
- अमित शाह के बयान पर तेजस्वी का पलटवार
बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) अब पूरी तरह से बिहार की राजनीति में ढल गए हैं। अपने कई फैसलों और तेज तर्रार बयानों से उन्होंने साबित कर दिया है कि लालू यादव ने अपने छोटे बेटे को परिवार और पार्टी की बागडोर देकर कोई गलती नहीं की है। तेजस्वी यादव आजकल फायर मोड में हैं, विपक्ष की हर बात का जवाब बेहद सधे हुए शब्दों में देते हैं। कई बार तो वो जवाब ऐसे तंज की पर्ची में लिपटे होते हैं कि सामने वाले की बोलती ही बंद हो जाती है।
खैर, इन सब के बीच तेजस्वी यादव फिलहाल चर्चा में इसलिए हैं क्योंकि उन्होंने देश के गृहमंत्री अमित शाह से दो प्लेन के टिकट मांग लिए हैं, वो भी पूर्णिया हवाईअड्डा से। अब आपको हम इसके पीछे का पूरा माजरा समझाते हैं। दरअसल, मंगलवार को तेजस्वी यादव ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) के उस बयान पर कटाक्ष किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि "पूर्णिया हवाईअड्डा पूरा होने वाला है और जल्द ही वह काम करना शुरू कर देगा।" उन्होंने भाजपा नेता पर तंज कसते हुए कहा, "चूंकि हमारे गृहमंत्री के अनुसार पूर्णिया हवाईअड्डा लगभग तैयार है, कृपया दो टिकटों की व्यवस्था करें - श्री शाह और मेरे लिए।"
अमित शाह ने दिया था ये बयान
आरजेडी नेता फतेहाबाद में सम्मान रैली में हिस्सा लेकर पटना लौट रहे थे, तभी पत्रकारों ने उनसे पूछा कि क्या वह पूर्णिया हवाईअड्डा गए हैं? विशेष रूप से, 23 सितंबर को पूर्णिया की रैली के दौरान केंद्रीय गृहमंत्री ने दावा किया था कि पूर्णिया में हवाईअड्डा लगभग पूरा हो गया है और आसपास के 12 जिलों के लोगों को दिल्ली और मुंबई जाने के लिए सस्ते हवाई टिकट मिलेंगे। उन्हें फ्लाइट लेने के लिए बागडोगरा या पटना नहीं जाना पड़ेगा।
बिहार से अमित शाह को एक भी सीट नहीं मिलेगी
अमित शाह के इस बयान को जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह, जद-यू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा, आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह, जद-यू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा समेत कई नेताओं ने जमकर ट्रोल किया। तेजस्वी ने कहा, "हमारे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने देश में विपक्षी दलों को एकजुट करने की पहल की है और आप 2024 के लोकसभा चुनाव में परिणाम देखेंगे। 2019 में एनडीए ने बिहार की 40 में से 39 सीटें जीती थीं। अब, आप देखेंगे कि भाजपा को बिहार से एक भी सीट नहीं मिल पाएगी।''