गया/पटना: नीतीश कुमार को विपक्षी गठबंधन इंडिया का संयोजक बनाए जाने को लेकर तेजस्वी यादव का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार अनुभवी नेता और अगर उन्हें उन्हें विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन का संयोजक बनाने का प्रस्ताव आता है तो यह ‘बहुत अच्छा’ होगा। ये बातें उन्होंने गया एयरपोर्ट पर मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कही। तेजस्वी ने यह भी विश्वास जताया कि ‘इंडिया’ गठबंधन के घटक दलों के बीच सीट बंटवारे का मुद्दा आसानी से सुलझा लिया जाएगा।
बीजेपी विरोधी दलों को साथ लाने का प्रयास किया
बिहार में सत्तारूढ़ महागठबंधन के सबसे बड़े घटक दल राजद के युवा नेता तेजस्वी ने जदयू अध्यक्ष नीतीश कुमार को ‘इंडिया’ गठबंधन का संयोजक बनाये जाने की अटकलों के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘‘नीतीश कुमार इतने वरिष्ठ नेता हैं। अगर ऐसा कोई प्रस्ताव आता है तो यह बिहार के लिए बहुत अच्छा होगा।’’ तेजस्वी ने याद दिलाया कि अगस्त, 2022 तक बिहार में विपक्ष में रहे महागठबंधन ने भाजपा को हराने के उद्देश्य से जदयू के साथ हाथ मिलाने का फैसला किया था। उन्होंने कहा, ‘‘हम बिहार में एक साथ आए जिसके बाद देश भर में भाजपा विरोधी दलों को एक साथ लाने का प्रयास किया गया । उसकी परिणति इंडिया गठबंधन के गठन के रूप में हुई। इसलिए, सीट बंटवारे को लेकर चिंता करने का कोई कारण नहीं है। इसे सही समय पर सुलझा लिया जाएगा।’’ उम्मीद है कि तेजस्वी बृहस्पतिवार को बोधगया में तिब्बती आध्यात्मिक गुरू दलाई लामा से मुलाकात करेंगे । दलाई लामा पिछले कुछ हफ्तों से बोधगया में डेरा डाले हुए हैं।
सभी दल सहमत होते हैं तो कांग्रेस भी समर्थन करेगी-अखिलेश सिंह
एक अन्य सवाल का जवाब देते हुए तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार सरकार द्वारा कराए गए जाति सर्वेक्षण के निष्कर्ष अब सार्वजनिक हो गए हैं और रिपोर्ट विधानसभा के आखिरी सत्र में पेश कर दी गई है। इस बीच प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने पटना में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उनकी पार्टी नीतीश कुमार के कद को स्वीकार करती है और अगर ‘इंडिया’ गठबंधन के अन्य घटक दल उन्हें संयोजक बनाने पर सहमत होते हैं तो वह उनका समर्थन करने से पीछे नहीं हटेगी। उन्होंने कहा, ‘‘नीतीश कुमार की क्षमता, कद, व्यक्तित्व और राजनीतिक कौशल के बारे में किसी को कोई संदेह नहीं है। इसके अलावा देश भर में भाजपा विरोधी दलों को एक साथ लाने में उन्होंने जो महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है , उसके बारे में कोई दो राय नहीं हो सकती।’’ राज्यसभा सदस्य सिंह ने नीतीश के बारे में कहा, ‘‘उन्हें संयोजक बनाने के निर्णय के लिए आम सहमति की आवश्यकता होगी। यदि इंडिया गठबंधन के अन्य घटक अपनी सहमति देते हैं, तो निश्चिंत रहें कि कांग्रेस ऐसे प्रस्ताव का समर्थन करने में संकोच नहीं करेगी।’’
भाजपा को हराना हमारी प्राथमिकता-अखिलेश सिंह
एक पखवाड़े पहले हुई ‘इंडिया’ गठबंधन की पिछली बैठक में आम आदमी पार्टी(आप) और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की ओर से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का नाम प्रस्तावित किए जाने के बारे में पूछे जाने पर सिंह ने कहा, ‘‘हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष ने खुद यह स्पष्ट कर दिया है कि सत्ता कौन संभालेगा--यह समय इन सब बातों के सोचने का नहीं है। हमारी प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना है कि भाजपा को कैसे हराया जाए।’’ सिंह ने कहा, ‘‘केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार महंगाई और बेरोजगारी के लिए जिम्मेदार है तथा उसके खिलाफ जनता में काफी नाराजगी है।’’ पूर्व केंद्रीय मंत्री ने दावा किया कि मीडिया का मुंह बंद करके और ईडी, सीबीआई और आईटी के दुरुपयोग के जरिए विपक्षी नेताओं को परेशान करके मोदी सरकार अपनी आलोचना को दबाने की कोशिश कर रही है। मीडिया के एक वर्ग में आई उन खबरों के बारे में पूछे जाने पर कि कांग्रेस, बिहार के सत्तारूढ़ महागठबंधन में एक कनिष्ठ घटक है, ने राज्य की 40 लोकसभा सीटों में से नौ की मांग की है, उन्होंने जवाब दिया, ‘‘हमारी पार्टी में सीट बंटवारे पर निर्णय शीर्ष नेतृत्व द्वारा लिया जाता है। निर्णय आने के बाद उचित स्तर से घोषणाएं की जाएंगी।’’ इस बीच, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) मोर्चा के राष्ट्रीय प्रवक्ता निखिल आनंद ने एक बयान में कहा, ‘‘राजद पुराने सहयोगी दल कांग्रेस की मदद से नीतीश कुमार को संयोजक बनाकर उन्हें मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़ने के लिए मजबूर करने और तेजस्वी के लिए रास्ता साफ करने की साजिश रच रहा है।’’(इनपुट-भाषा)