Highlights
- लालू यादव, उनकी पत्नी समेत 16 लोगों को बनाया गया है आरोपी
- 'संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग होता रहेगा, ये बातें होती रहेंगी'
- लगता है वे सनक और कल्पना के आधार पर काम कर रहे: नीतीश
Tejashwi Yadav: लालू प्रसाद यादव एक बार फिर आरजेडी (RJD) के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने वाले हैं। इससे पहले ही रेलवे में जमीन के बदले नौकरी देने के मामले में सीबीआई (CBI) ने चार्जशीट दायर कर दी है। केंद्रीय जांच एजेंसी ने लैंड फॉर जॉब स्कैम (Land for Job Scam) में लालू यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी, बेटी मीसा भारती समेत 16 लोगों को आरोपी बनाया गया है। इसे लेकर तेजस्वी यादव ने पलटवार किया है।
महागठबंधन के सामने टिक नहीं पाती है BJP- तेजस्वी
बिहार के उपमुख्यमंत्री और लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजस्वी यादव ने कहा, "जब बीजेपी हार जाती है और महागठबंधन के सामने टिक नहीं पाती है, तो केंद्रीय एजेंसियों को आगे करती है। इसके बाद ईडी (ED) भी आएगी, जांच कर चार्जशीट करेगी। जब तक संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग होता रहेगा, ये बातें होती रहेंगी, इसका कोई मतलब नहीं है।"
CBI ने लालू यादव के खिलाफ दाखिल की चार्जशीट
गौरतलब है कि बीते दिन शुक्रवार को सीबीआई ने लालू प्रसाद यादव के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी। दरअसल, 2004 से 2009 के बीच लालू प्रसाद यादव यूपीए (UPA) सरकार में रेल मंत्री थे। आरोप है कि लालू के रेल मंत्री रहते हुए रेलवे भर्ती में घोटाला हुआ। कहा जा रहा है कि नौकरी लगवाने के बदले आवेदकों से जमीन और प्लॉट लिए गए। सीबीआई ने इस मामले में जांच के बाद लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और उनकी बेटी मीसा भारती के खिलाफ मामला दर्ज किया। आरोप है कि जो जमीनें ली गईं वो राबड़ी देवी और मीसा भारती के नाम पर भी ली गईं। इससे पहले लालू प्रसाद यादव चारा घोटाले के अलग-अलग पांच मामलों में दोषी भी करार दिए जा चुके हैं।
मैं दोबारा गठबंधन में आया और नई चीजें शुरू हो गईं: CM नीतीश
वहीं, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी लालू प्रसाद यादव के सीबीआई से आरोप पत्र दाखिल करने पर नाराजगी जताई है। नीतीश कुमार ने पटना हाई कोर्ट की ओर से शहरी निकाय चुनाव में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) और आर्थिक पिछड़ा वर्ग (ईबीसी) का आरक्षण रद्द करने के फैसले की जिम्मेदारी उनके ऊपर डालने के लिए बीजेपी को आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि आप पांच साल पहले की घटना याद कर सकते हैं, जिसकी वजह से मुझे गठबंधन से बाहर जाना पड़ा था।
गौरतलब है कि लालू प्रसाद यादव के बेटे और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का नाम एक अन्य मामले में आया था, जिसकी वजह से जेडीयू नेता को अचानक आरजेडी से नाता तोड़ना पड़ा था। मुख्यमंत्री ने कहा, "उस मामले में कुछ भी नहीं निकला। मैं दोबारा गठबंधन में आया और नई चीजें शुरू हो गई हैं। यह कोई तरीका है? ऐसा लगता है कि वे सनक और कल्पना के आधार पर काम कर रहे हैं।"