पटना: राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के आने के बाद उनके बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने रविवार रात पटना में सियासी ड्रामा शुरू किया। वह अपने सरकारी आवास पर डेढ़ घंटे तक धरने पर बैठे रहे और लालू प्रसाद को कम से कम दो मिनट के लिए अपने आवास पर आने और आशीर्वाद देने के लिए मजबूर किया। लालू प्रसाद अपनी पत्नी राबड़ी देवी के साथ आखिरकार उनकी मांग को पूरा करने के लिए तेज प्रताप यादव के आवास पर गए।
लालू प्रसाद के घर पहुंचने के बाद तेज प्रताप ने उनके पैर धोए और अपने पिता का आशीर्वाद लिया। राबड़ी देवी के 10 सर्कुलर रोड आवास के गेट पर सारा ड्रामा शुरू हुआ। लालू प्रसाद का काफिला 10 सर्कुलर रोड स्थित आवास में गया।
तेजप्रताप यादव जब आवास में प्रवास करने की कोशिश कर रहे थे तो उन्हें नहीं जाने दिया गया। वह तुरंत मीडियाकर्मियों के पास गए और आरोप लगाया कि जगदानंद सिंह, सुनील सिंह, संजय यादव जैसे नेताओं ने उन्हें आवास में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी। उन्होंने कहा कि उनके पास आरएसएस की विचारधारा है और पहले भी वो लालू प्रसाद को बंदी बनाने के लिए जिम्मेदार रहे हैं।
वह सीधे अपने सरकारी आवास पर गए और लालू प्रसाद और राबड़ी देवी के आने तक धरने पर बैठे रहे। लालू प्रसाद वहां करीब 10 मिनट रुके और राबड़ी देवी के घर लौट गए।
तेज प्रताप ने कहा, "मैंने लालू प्रसाद के उनके आवास पर आने के बाद आधी लड़ाई जीत ली है। यह उन लोगों के लिए एक जोरदार थप्पड़ है जिन्होंने दिल्ली में लालू प्रसाद को बंदी बनाया था। मैं राजद से तब तक दूर रहूंगा जब तक जगदानंद सिंह जैसे नेता पार्टी से बाहर नहीं निकलेंगे।"