बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने आज शुक्रवार मुख्यमंत्री कुमार पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा के अलग दल बनाने और आरसीपी सिंह के बीजेपी में शामिल पर जेडीयू में टूट और भगदड़ मच गई है। उन्होंने कहा कि इसे देखते हुए नीतीश कुमार को लालू प्रसाद यादव से हुई डील के मुताबिक, पार्टी का आरजेडी में विलय कर तेजस्वी यादव को जल्द ही मुख्यमंत्री बना देना चाहिए।
"पटनायक ने नीतीश से कोई राजनीतिक बात नहीं की"
सुशील मोदी ने कहा कि जब जेडीयू का अस्तित्व मिटने वाला है और पार्टी के दर्जनों लोग भारतीय जनता पार्टी में आने की कतार में है, तब ललन सिंह को अपना घर बचाने की चिंता करनी चाहिए। बीजेपी के वरिष्ठ नेता ने एक बयान जारी कर कहा कि ओडिशा में मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने नीतीश कुमार से कोई राजनीतिक बात नहीं की, भोज में ललन सिंह को शामिल नहीं किया और दूसरे ही दिन दिल्ली जाकर प्रधानमंत्री से भेंट कर विपक्षी एकता मुहिम को पंक्चर कर दिया।
"बालू-शराब माफिया के आगे प्रशासन घुटने टेक रहा है"
उन्होंने कहा कि ओडिशा के विकास पर पूरा फोकस रखने वाले पटनायक ने नीतीश कुमार को बिहार पर ध्यान केंद्रित करने और पीएम बनने का सपना छोड़ देने का जो संदेश दिया, वह 'लाउड एंड क्लीयर' है। मोदी ने कहा कि जब एक तरफ बिहार सरकार जातीय जनगणना, निकाय चुनाव में आरक्षण और आनंद मोहन की रिहाई जैसे मुकदमे हार रही है, दूसरी तरफ बालू-शराब माफिया के आगे प्रशासन घुटने टेक रहा है, तब मुख्यमंत्री का बिहार के बाहर लगातार राजनीतिक दौरे पर होना राज्य के हित में नहीं है।
"पटनायक से पहले केसीआर नीतीश कुमार को झटका दे चुके हैं"
उन्होंने कहा कि पटनायक से पहले तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर नीतीश कुमार को झटका दे चुके हैं। उन्होंने अपनी पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी बनाया और विपक्षी की अलग मुहिम में माकपा, सपा और आप को शामिल करते समय जेडीयू को झटका दे दिया था।