पटना. अपने जिंदादिल, युवा बेटे को खोने वाले शहर की जुबान पर सिर्फ एक ही सवाल है, आखिर क्यों? आखिर ऐसा क्या हुआ कि करियर के अच्छे मुकाम पर पहुंचने के बावजूद 34 वर्षीय सुशांत सिंह राजपूत ने ऐसा कदम उठाया। गौरतलब है कि सुशांत का शव रविवार सुबह मुंबई के बांद्रा स्थित उनके अपार्टमेंट में फांसी के फंदे से लटकता हुआ मिला।
सुशांत की मौत की सूचना मिलते ही रिश्तेदार, पड़ोसी और अन्य तमाम लोग यहां राजीव नगर स्थित उस दो मंजिला मकान में जमा होने लगे जहां अभिनेता का बचपन गुजरा था और जहां अभी उनके रिटायर्ड पिता रहते हैं। पांच भाई-बहनों में सबसे छोटे सुशांत की मौत की खबर शहर में उनके जानने वालों के लिए अब भी रहस्य है।
अभिनेता के पिता की देखभाल करने वाली लक्ष्मी ने मीडिया को बताया कि सुशांत की बड़ी बहन चंडीगढ़ में रहती हैं और उन्होंने फोन पर बताया कि वह आज देर ही पटना पहुंच जाएंगी और वहां से अपने पिता को लेकर मुंबई जाएंगी। हालांकि, इस संबंध में अभी कोई जानकारी नहीं है कि सुशांत का पार्थिव शरीर पटना लाया जाएगा या नहीं।
राजीव नगर में एक पड़ोसी का कहना है, ‘‘मुझे यकीन नहीं होता कि सुशांत ने ऐसा कदम उठाया है। वह कितना जिंदादिल था, उसने अपनी जिंदादिली से दूसरों को जीना सिखाया है। तबीयत सही नहीं होने के बावजूद उसके पिता रोज सुबह सैर पर निकलते थे और हम लोग उनके बेटे के बारे में कितनी बातें किया करते थे।’’ उनका कहना है, ‘‘बाप-बेटे की फोन पर हमेशा बातचीत होती थी, लेकिन बच्चे की बात से कभी नहीं लगा कि वह जिंदगी से तंग आ चुका है।’’
पिछले ही साल पटना में सुशांत से उनके घर पर मिली एक किशोरी का कहना है, ‘‘वह तो बहुत सकारात्मक व्यक्ति थे। यह विश्वास करना मुश्किल है कि वह ऐसा कुछ कर सकते हैं। अगर हमें यह सच्चाई स्वीकार करने में इतनी दिक्कत हो रही है तो, कल्पना करें कि परिवार की हालत क्या होगी? हमें सिर्फ एक सवाल सता रहा है कि आखिर क्यों?’’
पूर्व सांसद और अभिनेता की रिश्तेदार लवली आनंद भी शोक जताने उनके आवास पर पहुंचीं। सुशांत और अन्य कई सेलिब्रेटी की मैनेजर रहीं दिया सयानी की आत्महत्या का हवाला देते हुए आनंद ने कहा, ‘‘जांच होनी चाहिए। कुछ ही दिन पहले उसकी मैनेजर ने आत्महत्या की, अब हमारे बच्चे ने की। मुझे यह कोई इत्तेफाक नहीं लगता।’’