बिहार की राजधानी पटना में पुलिस और बीपीएससी अभ्यर्थी आमने-सामने आ चुके हैं। पटना के गांधी मैदान में छात्रों के साथ जनसुराज पार्टी के कार्यकर्ता जुटे हुए हैं और विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं, पुलिस छात्रों को रोकने की कोशिश कर रही है। प्रशांत किशोर ने शनिवार को छात्रों से पटना के गांधी मैदान में जुटने का आव्हान किया था। हालांकि, पुलिस ने छात्रों को छात्र संसद करने की अनुमति नहीं दी। इसके बावजूद छात्र और जनसुराज पार्टी के कार्यकर्ता गांधी मैदान में जुट गए हैं। पुलिस ने छात्रों को गांधी मैदान खाली करने के लिए कहा, लेकिन छात्रों ने नारेबाजी शुरू कर दी। जनसुराज पार्टी के कार्यकर्ताओं का एक बड़ा ग्रुप पोस्टर बैनर के साथ गांधी मैदान पहुंचा।
प्रदर्शनकारियों को गांधी मैदान के अंदर स्थापित गांधी मूर्ति से कुछ पहले रोक कर रखा गया था, लेकिन संख्या बढ़ने के बाद अचानक छात्र और जन सुराज पार्टी के समर्थक पुलिस की बैरिकेडिंग तोड़ते हुए गांधी मूर्ति के पास पहुंच गए। इसी गांधी मूर्ति के पास पहुंचकर छात्र संसद का आयोजन करने का आह्वान प्रशांत किशोर ने किया था। इससे पहले पिछले 10 दिनों से छात्र धरना के लिए निर्धारित जगह गर्दनीबाग में प्रदर्शन कर रहे थे।
गुटों में न बंटें- प्रशांत किशोर
जनसुराज पार्टी के नेता प्रशांत किशोर भी छात्रों और कार्यकर्ताओं के बीच पटना के गांधी मैदान पहुंचे। उन्होंने छात्रों को चेतावनी देते हुए कहा कि गुटों में मत बंटें। ऐसा करने से आपकी ताकत कमजोर होगी। वहीं, छात्रों को लंबे प्रदर्शन के लिए तैयार करते हुए उन्होंने कहा कि एक दिन आने से कुछ नहीं होगा। प्रशांत किशोर ने छात्रों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि पुलिस ने चारों तरफ से घेर रखा है, लेकिन पुलिस की हिम्मत नहीं है कि लाठीचार्ज करे।
छात्रों को बीपीएससी अधिकारियों के साथ बैठक का प्रस्ताव
बीपीएससी द्वारा आयोजित 70वीं एकीकृत संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा (सीसीई), 2024 का प्रश्नपत्र लीक होने के आरोपों के कारण अभ्यर्थी एक सप्ताह से अधिक समय से परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। पटना जिला प्रशासन ने बिहार लोक सेवा आयोग की 13 दिसंबर को हुई परीक्षा को रद्द करने की मांग कर रहे अभ्यर्थियों की बैठक आयोग के अधिकारियों से कराने का प्रस्ताव रखा है, ताकि वे अपनी शिकायतें रख सकें। पटना के जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह ने शनिवार को कहा कि प्रदर्शनकारियों को बातचीत के लिए अपने पांच प्रतिनिधियों को नामित करना होगा, जिसके बाद बीपीएससी (मुलाकात के लिए) ‘‘उचित समय के भीतर’’ निर्णय लेगा। जिला प्रशासन ने प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों को अपने प्रतिनिधियों (सभी परीक्षार्थी) की सूची देने को कहा है, ताकि हम इस मुद्दे पर बीपीएससी अधिकारियों के साथ उनकी बैठक करवा सकें। वे बैठक में आयोग के अधिकारियों को अपनी शिकायतों से अवगत करा सकते हैं। जिला प्रशासन भी प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों को आश्वस्त करता है कि आयोग उचित समय के भीतर उचित निर्णय या रुख अपनाएगा।’’