पटना में जुमे की नमाज के बाद माफिया डॉन अतीक अहमद के समर्थन में जमकर नारे लगाए। इस दौरान नारे लगा रहे लोगों द्वारा अतीक अहमद को शहीद भी बताया गया। इन लोगों ने अतीक अहमद को अपना हीरो बताया। बता दें कि जुमे की नमाज को लेकर मस्जिदों के बाहर सुरक्षा व्यवस्था बेहद सख्त कर दी गई है।
15 अप्रैल को हुई अतीक और अशरफ की हत्या
माफिया सरगना अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की 15 अप्रैल की रात प्रयागराज के कॉल्विन अस्पताल परिसर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। अतीक और अशरफ को पुलिस अभिरक्षा में मेडिकल के अस्पताल लाया गया था। जीप से उतरने के बाद अतीक और अशरफ मीडियाकर्मियों और पुलिस से घिरे हुए थे। मीडियाकर्मियों के सवालों का जवाब देने के दौरान अचानक ताबडतोड़ फायरिंग शुरू हो गई। तीन हमलावरों ने अतीक और अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी ।
अतीक अहमद का बेटा असद 13 अप्रैल को झांसी में यूपी एसटीएफ के साथ एनकाउंटर में मारा गया। असद के साथ शूटर गुलाम को भी एसटीएफ ने ढेर कर दिया। इन दोनों की उमेश पाल मर्डर केस में तलाश थी। इसी साल 24 फरवरी को प्रयागराज के धूमनगंज में उमेश पाल और उसके दो गनर की गोली और बम मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में पुलिस को अतीक अहमद के बेटे असद और अतीक की बीवी शाइस्ता को तलाश रही थी। असद एनकाउंटर में मारा गया जबकि शाइस्ता अभी फरार है।