बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने श्याम रजक को जेडीयू का राष्ट्रीय महासचिव बना दिया है। हाल ही में श्याम रजक ने लालू प्रसाद की पार्टी आरजेडी से इस्तीफा देकर जेडीयू ज्वाइन की थी। सीएम नीतीश कुमार ने श्याम रजक का जेडीयू के अंदर उनको बड़ी जिम्मेदारी दी है।
JDU के साथ उनकी ये दूसरी पारी
श्याम रजक ने पिछले महीने 22 अगस्त को आरजेडी के राष्ट्रीय महासचिव पद से इस्तीफा दे दिया था। साथ ही उन्होंने पार्टी भी छोड़ दी थी। 1 सितंबर को श्याम रजक नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली जनता दल (यूनाइटेड) में वापस आ गए। पार्टी के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय कुमार झा ने उनका जेडीयू में स्वागत किया था। जेडीयू के साथ रजक की ये दूसरी पारी है।
फुलवारी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की इच्छा
जेडीयू में शामिल होने के बाद श्याम रजक ने कहा था कि उन्हें 2025 के विधानस चुनाव में फुलवारी शरीफ सीट से चुनाव लड़ने की उम्मीद है। एक ऐसा अवसर जिससे वह 2020 के विधानसभा चुनावों में लालू यादव के नेतृत्व वाली आरजेडी के साथ जुड़ने के कारण वंचित रह गए थे।'
2020 में चले गए थे आरजेडी में
बता दें कि श्याम रजक ने अपना दशकों लंबा राजनीतिक जीवन राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के साथ शुरू किया था। हालांकि, कई साल बाद वह जेडीयू में शामिल हो गए। 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले वह आरजेडी में चले गए थे। आरजेडी की टिकट से उन्हें फुलवारी शरीफ विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की उम्मीद थी, लेकिन उन्हें मौका नहीं दिया गया था।
फुलवारी शरीफ से मिली थी इन्हें टिकट
2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में आरजेडी में उनके बड़े कद के बावजूद फुलवारी शरीफ सीट से माकपा के उम्मीदवार गोपाल रविदास को टिकट दिया गया था। गोपाल रविदास ने इस सीट से चुनावी जीत भी दर्ज की थी।