ओडिशा भीषण ट्रेन दुर्घटना में 288 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। इनमें मरने वालों में 7 लोग बिहार के हैं। इसके अलावा बिहार के 36 अन्य लोग घायल बताए जा रहे हैं, जबकि 10 लापता हैं। इस रेल हादसे में जिन 7 लोगों की मौत हुई उनमें 3 मधुबनी जिले से, 2 जमुई जिले से, 1 नवादा और 1 पूर्वी चंपारण जिले से हैं। घायलों में 11 पूर्वी चंपारण के, 9 मधुबनी के, 6 नवादा के, 5 बेगूसराय के और 5 जमुई के हैं।
मधुबनी समेत कई जिलों के लोग गायब
अब तक मधुबनी से 6, पश्चिम चंपारण से 2, जमुई और बिहारशरीफ से 1-1 व्यक्ति के लापता होने की खबर है। लापता और घायलों के परिजन बालासोर के लिए रवाना हो गए हैं। बिहार सरकार ने घायलों को सहायता प्रदान करने, लापता व्यक्तियों का पता लगाने और शवों को वापस लाने की व्यवस्था करने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों की एक टीम ओडिशा भेजी है।
लोगों को वापस लाने के लिए बसों की व्यवस्था
टीम घायल लोगों को घर वापस लाने के लिए परिवहन के अन्य साधनों की भी सुविधा प्रदान करेगी। बिहार सरकार ने अररिया से 24, किशनगंज से 2, दरभंगा से 9, समस्तीपुर से 3 और सीतामढ़ी जिले से 2 लोगों को वापस लाने के लिए बसों की व्यवस्था की है।
तीन ट्रेनों के टकराने से 288 लोगों की मौत
बता दें कि ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार देर रात तीन ट्रेनें आपस में टकरा गईं और एक साथ कई लोगों की जिंदगियां ले गईं। ये टक्कर चेन्नई-कोरोमंडल एक्सप्रेस ट्रेन, यशवंतपुर-हावड़ा ट्रेन और एक मालगाड़ी के बीच बालासोर जिले के बहनागा रेलवे स्टेशन के पास हुई थी।