Saturday, December 21, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. बिहार
  3. बिहार में एक और गठबंधन की सुगबुगाहट, पप्पू यादव बनेंगे 'नायक'!

बिहार में एक और गठबंधन की सुगबुगाहट, पप्पू यादव बनेंगे 'नायक'!

आगामी लोकसभा चुनाव के लिए विपक्षी दलों के गठबंधन I.N.D.I.A. में बिहार के कुछ दलों की जगह नहीं मिली है। ऐसी स्थिति में अब ये दल एकजुट होकर एक नया गठबंधन बना सकते हैं। यह गठबंधन अगर बना तो बिहार में भारी जीत की उम्मीद संजोए I.N.D.I.A. को झटका लग सकता है।

Edited By: Niraj Kumar @nirajkavikumar1
Published : Sep 19, 2023 22:42 IST, Updated : Sep 19, 2023 23:21 IST
पप्पू यादव
Image Source : पीटीआई पप्पू यादव

पटना: अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर सभी दलों ने अपनी-अपनी तैयारी और रणनीति बनानी शुरू कर दी है। छोटे दल भी अपने सहयोगी की तलाश में हैं, जिनके सहारे उनकी चुनावी नैया पार हो सके। बिहार के राजनीतिक परिदृश्य पर नजर डालें तो सत्ता पक्ष की ओर छह दल हैं, जबकि विपक्ष में बीजेपी के साथ चार अन्य पार्टियां हैं। प्रदेश में अभी भी कई ऐसी पार्टियां हैं, जो दोनों गठबंधनों में से किसी में जगह नहीं पा सकी हैं।

ऐसे हालात में एक और गठबंधन की सुगबुगाहट शुरू है। इस गठबंधन में पप्पू यादव की जनाधिकार पार्टी (जाप), ओवैसी की एआईएमआईएम और मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) शामिल हो सकती है। इसमें बसपा के भी शामिल होने के कयास लगाए जा रहे हैं। लेकिन, उसने फिलहाल अकेले ही चुनाव मैदान में उतरने की घोषणा की है।

I.N.D.I.A के जवाब का इंतजार

पप्पू यादव की पार्टी जाप के प्रदेश अध्यक्ष राघवेंद्र सिंह कहते हैं कि विपक्षी गठबंधन 'I.N.D.I.A' का उद्देश्य भाजपा को रोकना है। हमारी वैचारिक पृष्ठभूमि और राजनीतिक विचारधारा इंडिया गठबंधन के काफी करीब है। ऐसे में हम इंडिया गठबंधन के साथ जाना चाहते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि हम इंडिया गठबंधन का इंतजार कर रहे हैं। जब कोई जवाब आएगा, उसके बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा। छोटी पार्टियों के नेता भी हमारे संपर्क में हैं। एआईएमआईएम, बसपा, वीआईपी के नेताओं से हमारी बात हो रही है। हम लोग अभी महागठबंधन के निर्णय का इंतजार कर रहे हैं।

वीआईपी के मुकेश सहनी भी अभी निषाद आरक्षण संकल्प यात्रा में निकले हैं। इस यात्रा के दौरान मुकेश सहनी केंद्र सरकार पर लगातार निशाना साध रहे हैं। हालांकि, सहनी ने दोनों गठबंधनों से दूरी रखी है। एआईएमआईएम भी अभी तक किसी गठबंधन के साथ नहीं है। अब ऐसे में किसी भी गठबंधन में जगह नहीं पाने वाले ये सियासी दल अपना अलग गठबंधन तैयार करने की जुगत में लग गए हैं।

गठबंधन में कई दलों को नजरअंदाज किया गया

एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान कहते हैं कि आज जो लोग केंद्र की सत्ता में बैठे हैं, उन्हें हटाना हमलोगों की प्राथमिकता है। भाजपा को हराने के लिए सभी को एक होने की जरूरत है, लेकिन जो गठबंधन बनाया जा रहा है, उसमे भी कई दलों को नजर अंदाज किया जा रहा है। ऐसे में लड़ाई नहीं जीती जा सकती है। ऐसी स्थिति में माना जाता है कि अगर ये छोटे दल गठबंधन कर चुनाव में उतर जाए तो इसका सबसे बड़ा लाभ एनडीए को होना तय माना जा रहा है। ऐसे में कहा जा रहा है कि दोनों गठबंधन वेट एंड वाच की स्थिति में हैं। (इनपुट-आईएएनएस)

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। News in Hindi के लिए क्लिक करें बिहार सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement
detail