मुजफ्फरपुर: बिहार की राजनीतिक धरातल पर उतरी नई नवेली पार्टी जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर को आज उस वक्त गुस्सा आ गया जब उनकी सभा में एक कार्यकर्ता लगातार बोले जा रहा था। प्रशांत किशोर बार-बार उसे समझाने की कोशिश कर रहे थे। लेकिन वह बैठने को तैयार नहीं हुआ। इस पर प्रशांत किशोर ने कहा कि पार्टी को आरजेडी नहीं बनाना है।
मुजफ्फरपुर में मीटिंग के दौरान हंगामा
दरअसल, प्रशांत किशोर तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के लिए MLC प्रत्याशी डॉक्टर विनायक गौतम के चुनाव प्रचार के लिए आयोजित मीटिंग में शामिल होने के लिए मुजफ्फरपुर के चन्द्रहठी पहुंचे थे। बैठक में एक कार्यकर्ता माइक लेकर अपनी राय व्यक्त करना चाह रहा था। प्रशांत किशोर बार-बार उन्हें बैठने के लिए कह रहे थे, लेकिन वह कार्यकर्ता प्रशांत किशोर की बात मानने के लिए तैयार नहीं हुआ। आसपास मौजूद लोग भी बार-बार उसे बैठाने की कोशिश कर रहे थे लेकिन वह किसी की सुन नहीं रहा था। एक बार तो वह स्टेज पर प्रशांत किशोर के सामने भी आ धमका।
यह आजेडी नहीं है-प्रशांत किशोर
अमूमन शांत रहनेवाले प्रशांत किशोर उसकी हरकतों से काफी गुस्से में आ गए। उन्होंने डांटते हुए कहा कि यह आजेडी नहीं है। मीटिंग से बाहर निकलो। अनुशासन नाम का कोई चीज नहीं है पार्टी को राजद बना दिया है। अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पार्टी को आरजेडी नहीं बनाना है।
दो अक्टूबर को जन सुराज का गठन
पूर्व चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने दो अक्टूबर को ‘जन सुराज पार्टी’ के नाम से अपना राजनीतिक दल गठित किया है। वह बिहार के राजनीतिक परिदृश्य में बड़ा बदलाव लाने की उम्मीद कर रहे हैं। प्रशांत किशोर ने मधुबनी में जन्मे भारतीय विदेश सेवा के पूर्व अधिकारी मनोज भारती को पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया है। मनोज भारती मार्च तक इस पद पर रहेंगे। मार्च में पार्टी के संगठनात्मक चुनाव होंगे।
तीन हजार किलोमीटर से अधिक लंबी ‘पदयात्रा’
प्रशांत किशोर ने चंपारण से राज्य की तीन हजार किलोमीटर से अधिक लंबी ‘पदयात्रा’ शुरू करने के ठीक दो साल बाद इस पार्टी का गठन किया। जन सुराज के गठन का उद्देश्य लोगों को प्रदेश में एक ‘नया राजनीतिक विकल्प’ देकर उन्हें संगठित करना बताया जा रहा है।
रिपोर्ट-संजीव कुमार, मुजफ्फरपुर