बिहार में सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार और लालू प्रसाद यादव की RJD के बीच तनाव जारी है। अब बिहार विधान परिषद में राजद के एमएलसी सुनील कुमार सिंह की सदस्यता रद्द कर दी गई है। विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह ने की इस बात की घोषणा की है। दरअसल, सुनील कुमार सिंह ने सदन के भीतर नीतीश कुमार का अपमान किया था। बिहार विधान परिषद की आचार समिति ने अपनी अनुशंसा रिपोर्ट में कहा था कि सुनील कुमार सिंह ने असंसदीय आचरण और अमर्यादित व्यवहार के कारण सदन का सदस्य बने रहने की पात्रता खो दी है। आइए जानते हैं इस पूरे मामले को।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, ये मामला इस साल 13 फरवरी का है। राजद के एमएलसी सुनील कुमार सिंह पर बजट सत्र के दौरान असंसदीय टिप्पणी और अमर्यादित आचरण करने का आरोप लगा था। इसके बाद विधान पार्षद रामवचन राय की अध्यक्षता वाली आचार समिति ने रिपोर्ट में सुनील कुमार सिंह को अनैतिक आचरण का दोषी पाया है। समिति ने सुनील सिंह को परिषद की सदस्यता से मुक्त किए जाने की मांग की थी।
समिति की रिपोर्ट में क्या बताया गया?
सदन की आचार समिति ने अपनी अनुशंसा रिपोर्ट में कहा है कि 12 फरवरी को जब बजट सत्र की कार्यवाही जारी थी, तब सदस्य (सिंह) ने मुख्यमंत्री के खिलाफ नारे लगाए और कुछ अपमानजनक तथा असंसदीय शब्दों का इस्तेमाल किया। उनका व्यवहार असंसदीय था। समिति ने सर्वसम्मति से उनके निष्कासन की संस्तुति की है।
सुनील कुमार सिंह ने क्या कहा?
इस पूरे मामले पर राजद के एमएलसी सुनील कुमार सिंह का बयान भी सामने आया है। उन्होंने इस कदम को सदन के इतिहास में एक काला अध्याय बताया है। उन्होंने कहा कि ऐसा पहले कभी नहीं हुआ था। सुनील सिंह ने कहा कि इस रिपोर्ट को कई साजिशकर्ता तैयार कर रहे थे। सुनील सिंह ने कहा था कि रिपोर्ट पेश हुई है और हम इस पर चर्चा करेंगे।
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