देशभर में अयोध्या राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर लोगों के बीच खूब उत्साह देखा जा रहा है। 22 जनवरी को राम मंदिर का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। इस खास दिन के लिए अयोध्या के साथ देश के अलग-अलग हिस्से में तैयारी जोर-शोर से चल रही है। इस बीच, मकर संक्रांति के मौके पर बिहार में आज 15 जनवरी को आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के घर नेता दही-चूड़ा का भोज खाने पहुंचे। इस दौरान पार्टी विधायक फतेह बहादुर सिंह ने एक बार विवादित बयान दिया है। उन्होंने भगवान राम को काल्पनिक बताया।
"राम और सरस्वती को नहीं मानता"
फतेह बहादुर सिंह ने कहा कि राम काल्पनिक हैं। उनके इस बयान को आरजेडी विधायक भाई वीरेंद्र ने गलत बताया। भाई वीरेंद्र ने कहा कि धर्म और आस्था से जुड़ी चीजों पर इस तरह का बयान नहीं देना चाहिए। फतेह बहादुर ने एक और विवादित बयान देते हुए शिक्षा की देवी सावित्रीबाई फुले को बताया है। उन्होंने कहा कि हम राम और सरस्वती को नहीं मानते हैं। अपनी बात को सही साबित करने के लिए फतेह बहादुर ने सुप्रीम कोर्ट का भी हवाला दिया।
रोहतास के डेहरी से विधायक हैं फतेह
बता दें कि आरजेडी विधायक फतेह बहादुर सिंह रोहतास के डेहरी से विधायक हैं। उन्होंने मां सरस्वती पर पहले भी अमर्यादित टिप्पणी की थी और उनकी जगह स्कूलों में सावित्रीबाई फुले की प्रार्थना और मूर्ति लगाने की मांग की थी। इससे पहले बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर समेत कई अन्य नेता देवी-देवताओं को लेकर विवादित बयान दे चुके हैं।
लालू यादव के घर पर दही-चूड़ा भोज
गौरतलब है कि बिहार में मकर संक्रांति पर आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के घर दही-चूड़ा भोज का आयोजन किया जाता है। सियासी गलियारे में दही-चूड़ा के इस भोज की खूब चर्चा होती है। खासतौर पर लालू यादव के घर होने वाले दही-चूड़ा भोज सुर्खियों में रहता है। लालू यादव के घर हर साल बड़े-बड़े राजनीतिक दिग्गज जुटते हैं। इस बार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी हमेशा की तरह लालू यादव और राबड़ी देवी के इस दही चूड़ा भोज में शामिल हुए।