पटना: बिहार में विधानसभा की दो सीटों कुशेश्वरस्थान और तारापुर में होने जा रहे उपचुनाव में सीटों के बंटवारे को लेकर राजद और कांग्रेस के बीच गठबंधन टूटने की स्थिति आ गयी है। रविवार को आरजेडी ने कांग्रेस से कोई बातचीत किए बिना दोनों सीटों पर अपने उम्मीदवार के नाम का एलान कर दिया जबकि कांग्रेस एक सीट पर चुनाव लड़ने की तैयारी में जुटी हुई थी। बता दें कि, बिहार में उपचुनाव 30 अक्टूबर को होने हैं।
दरअसल 2020 के चुनाव में कुशेश्वरस्थान से कांग्रेस और तारापुर से राजद ने चुनाव लड़ा था। इसलिए कांग्रेस एक सीट मिलने को लेकर आश्वस्त थी लेकिन रविवार को दोनों सीटों पर राजद की तरफ से उम्मीदवार की घोषणा कर दिए जाने के बाद अब आरजेडी और कांग्रेस के बीच लड़ाई आर-पार तक पहुंच गई है। बिहार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा और कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता अजित शर्मा ने साफ कर दिया है कि आरजेडी के पास कल यानी सोमवार (4 अक्टूबर) तक का समय है, राजद अपने उम्मीदवार का नाम वापस ले नहीं तो कांग्रेस पार्टी भी दोनों सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी।
अजित शर्मा ने कहा कि कुशेश्वरस्थान की सीट हमारी है। 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में कुशेश्वरस्थान से कांग्रेस पार्टी से अशोक राम चुनाव लड़े थे और करीब 7 हजार मतों से चुनाव हारे थे। जब आरजेडी ने फैसला ले लिया है कि वो दोनों सीटों पर चुनाव लड़ेगी, तो हम भी दोनों सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। आरजेडी कांग्रेस को हलके में न ले। तेजस्वी यादव ने गठबंधन धर्म का पालन नहीं किया। कांग्रेस पार्टी को छोटा आंकने की कोशिश नहीं करें। अगर आरजेडी कल तक कुशेश्वर स्थान से अपने उम्मीदवार के नाम को वापस नहीं लेगी तो हमलोग दोनों सीट पर चुनाव लड़ेंगे।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा ने भी कहा कि जो आरजेडी ने किया, वो गठबंधन धर्म के लिए सही नहीं है। गौरतलब है कि कुशेश्वरस्थान की सीट जेडीयू विधायक शशिभूषण हजारी और तारापुर की सीट जेडीयू विधायक मेवालाल चौधरी के निधन की वजह से खाली हुई थी। NDA की तरफ से दोनों सीटों पर जेडीयू के उम्मीदवारों के नामों की घोषणा सभी घटक दलों की मौजूदगी में की जा चुकी है। इधर राजद और कांग्रेस में मचे घमासान पर जेडीयू ने चुटकी ली है। जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि राजद का महागठबंधन के सहयोगी दलों का सम्मान नहीं करना और अकेले अपने उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर देना ये साबित करता है कि राजद के लोग राजनीति के नवसामंत है।