पूरी दुनिया की नजर आज भारत के अयोध्या नगरी पर टिकी हुई है। राम मंदिर बनकर तैयार है और सोमवार को यहां गर्भ गृह में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। देशभर के तमाम दिग्गज नेता फिल्म, खेल और उद्योग जगत से जुड़े हुए चेहरे प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में भाग लेने के लिए अयोध्या आए हैं। हालांकि, विपक्षी दलों द्वारा प्राण प्रतिष्ठा को लेकर काफी अलग रुख दिखा है। अब बिहार के सीएम नीतीश कुमार को इस अल रुख का खामियाजा भुगतना पड़ा है। जेडीयू पार्टी के प्रवक्ता सुनील कुमार सिंह ने श्री राम का नाम लेते हुए पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।
क्या है पूरा मामला?
सुनील कुमार सिंह ने राम का नाम लेकर जेडीयू को अलविदा कह दिया है। उन्होंने अपने पद और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने लिखा- "आज पूरा भारतवर्ष राममय है। जय श्री राम के उद्घोष से, गीत-संगीत से सर्वत्र हर्षोल्लास है। जिनके नाम के जयकारे मात्र से हम भारतवासी स्वयं को धन्य अनुभव कर रहे है। मैं अकिंचन भी उन प्रभु श्री राम के समक्ष नतमस्तक हूँ। आज के पावन दिन प्रभु श्री राम जी के आदर्शो का अनुसरण करते हुए प्रभु श्री राम जी के आदेश से मैं अपनी जदयू की प्राथमिक सदस्यता एवं प्रवक्ता पद से त्यागपत्र को सार्वजनिक करता हूँ। आगे कर्तव्य पथ का दिशा निर्देश प्रभु श्री राम करेंगे।"
गिरिराज ने की थी अवकाश की मांग
अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा था कि यह धर्म के पुनर्जागरण का समय है। केंद्र सरकार ने आधे दिन की छुट्टी की घोषणा की है। उन्होंने सीएम नीतीश कुमार से 22 तारीख को छुट्टी ऐलान करने की मांग की थी। गिरिराज ने कहा था कि बिहार एक हिंदू बहुल राज्य है। इसके अलावा उन्होंने शराब और मांस की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने की मांग की थी। साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस को राम मंदिर के साथ हमेशा से समस्या रही है।