नई दिल्ली। अफगानिस्तान के काबुल संग्रहालय में रखे भगवान बुद्ध के भिक्षा पात्र को वापस वैशाली लाने के संदर्भ में दिवंगत पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह ने बीते 10 सितम्बर को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखा था, जिसका जवाब अगले ही दिन 11 सितंबर को नीतीश कुमार ने दिया था। नीतीश कुमार ने ट्वीट के जरिये जवाब के तौर पर भेजे गए पत्र को रविवार (13 सितंबर) को सार्वजनिक किया है।
ALSO READ: कोरोना काल में संसद की कैंटीन में किस रेट में मिलेगा खाना? ये रही पूरी रेट लिस्ट
ALSO READ: दिल्ली में कोरोना को लेकर फिर बढ़ी चिंता
बिहार के मुख्यमंत्री की तरफ से 11 सितंबर को भेजे गए पत्र में लिखा है कि भगवान बुद्ध के काबुल संग्रहालय, अफिगानिस्तान में रखे पवित्र भिक्षा पात्र को वैशाली वापस लाने के लिए कार्रवाई करने के अनुरोध से संबंधित आपका दिनांक 10 सितंबर 2020 को पत्र प्राप्त हुआ। पूर्व में भी आपने वैशाली के मिट्टी-स्तूप से 1950 के दशक में उत्खनन के दौरान मिले भगवान बु्द्ध के पवित्र अस्थि अवशेष जो अभी पटना संग्रहालय में प्रदर्शित हैं, को वैशाली में रखने का अनुरोध किया था। राज्य सरकार द्वारा भगवान बुद्ध के पवित्र अस्थि अवशेष को वैशाली में प्रदर्शित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर के बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय-सह-स्मृति की योजना क्रियान्वित की जा रही है। राज्य सरकार द्वारा करीब 300 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले इस संग्रहालय के पूर्ण होने पर भगवान बुद्ध के पवित्र अस्थि अवशेष को गरिमापूर्ण तरीके से वैशाली में ही प्रदर्शित किया जाएगा।
LSO READ: रघुवंश प्रसाद सिंह को श्रद्धांजलि देने पहुंचे RJD कार्यकर्ताओं के 2 धड़े आपस में उलझे
रघुवंश प्रसाद सिंह के अनुरोध के आलोक में बिहार राज्य सरकार द्वारा भेजे गए पत्र में कहा गया कि शीघ्र ही काबुल संग्रहालय में प्रदर्शित भगवान बुद्ध के पवित्र भिक्षा-पात्र को वैशाली में वापस लाने के लिए केंद्र सरकार से आवश्यक कदम उठाने हेतु अनुरोध करेगी।
LSO READ: 5 सांसदों की कोरोना रिपोर्ट आई पॉजिटिव, कल से शुरू हो रहा है संसद का मानसून सत्र