पटना: विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A को लेकर देशभर में खूब चर्चा चल रही है। विपक्षी दलों को एक साथ लाने की कवायद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुरू की थी। इस गठबंधन में 28 से ज्यादा दल जुड़ चुके हैं और आगामी लोकसभा चुनाव एक साथ लड़ने की बात कह रहे हैं। वहीं इसी बीच चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार को लेकर बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि वह विपक्षी गठबंधन में खुश नहीं हैं। प्रशांत किशोर ने दावा किया कि नीतीश कुमार एकमात्र ऐसे नेता हैं, जो विपक्षी दलों के गठबंधन के 'इंडिया' नाम से सहमत नहीं हैं।
बिहार में जन सुराज पदयात्रा निकाल रहे प्रशांत किशोर ने कहा कि तीसरी बैठक में नीतीश कुमार एजेंडा लेकर गए थे कि जातीय जनगणना को इंडिया मुख्य मुद्दा बनाए, लेकिन गठबंधन के सहयोगी दलों ने इसे मुख्य मुद्दे के तौर पर नहीं स्वीकार किया। उन्होंने दावा करते हुए यहां तक कहा कि तीनों बैठकों में नीतीश कुमार को जैसी अपेक्षा थी, वह नहीं हो सकी। अभी तो शुरुआती दौर है, इसलिए आसान दिख रहा है। जब सीट शेयरिंग की बात होगी, मुद्दे की बात होगी तब आपको समझ में आएगा।
नीतीश कुमार की अपेक्षा पूरी नहीं हुई- प्रशांत
उन्होंने आगे कहा कि जहां तक नीतीश कुमार का सवाल है और इंडिया में भागीदारी की बात है तो अब तक उनकी जो अपेक्षा थी, वह पूरी नहीं हुई। आप लिखकर रख लीजिये, अभी तक तीन बैठकें हो चुकी हैं, जबकि पहली मीटिंग पटना में हुई थी, तब यह माना जा रहा था कि नीतीश कुमार इसके सूत्रधार होंगे और उन्हें संयोजक बना दिया जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। बेंगलुरु में भी नीतीश कुमार के संयोजक बनाने को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई।
'नीतीश कुमार का राजनीति करने का अपना तरीका'
वहीं इससे पहले प्रशांत किशोर ने कहा था कि G20 के बहाने दिल्ली नीतीश कुमार NDA वालों को मैसेज देने गए थे कि अगर उनपर ध्यान नहीं दीजिएगा तो वह उधर भी जा सकते हैं। प्रशांत किशोर ने कहा कि I.N.D.I.A उनके लिए दरवाजा है और NDA खिड़की है। प्रशांत ने कहा कि नीतीश कुमार का राजनीति करने का अपना तरीका है। उन्हें कोई नहीं समझ सकेगा। वह एक दरवाजे को खोलते हैं और पीछे से खिड़की और रोशनदान दोनों को खोलकर रखते हैं। किसकी कब जरूरत पड़ जाए, इसके अनुसार अपना रास्ता खोले हुए हैं। वह जब जिसके साथ हैं वह उन्हीं के हैं और किस पल दूसरे के हो जाएं, कुछ नहीं कहा जा सकता।
'I.N.D.I.A गठबंधन नीतीश कुमार के लिए दरवाजा'
प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि I.N.D.I.A. उनके लिए दरवाजा है और खिड़की राज्यसभा सदस्य हरिवंश नारायण हैं, जिनके माध्यम से उनका भाजपा के साथ संपर्क बना हुआ है। ये मैसेजिंग है जैसे हम कमरे में रोशनी आने के लिए जगह छोड़ देते हैं। ये सब तो बीजेपी और NDA वालों को मैसेज दे रहे हैं। नीतीश कुमार से कोई पूछे कि पिछले साल क्यों नहीं गए थे? ये उनका NDA वालों के ऊपर दबाव बनाने का तरीका है कि अगर हमको आप लोग भाव नहीं दीजिएगा तो हम उधर भी जा सकते हैं।