पटना: गांधी मैदान में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे जन सुराज प्रमुख प्रशांत किशोर को पटना पुलिस ने पहले हिरासत में लिया और फिर गिरफ्तार कर लिया। इस बीच प्रशांत किशोर के समर्थकों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। प्रशांत किशोर के एक समर्थक दिवाकर भूषण ने कहा, 'जब प्रशांत किशोर को हिरासत में लिया जा रहा था तो उनका चश्मा फेंक दिया गया। जब मैं उसे लेने गया तो मैं घायल हो गया और उन्होंने मेरे साथ दुर्व्यवहार किया और गालीगलौच की। हमें नहीं पता कि प्रशांत किशोर को कहां ले जाया गया है।'
इसके अलावा एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें एक पुलिसकर्मी प्रशांत किशोर को थप्पड़ मारते हुए दिख रहा है।
जिला प्रशासन की तरफ से सामने आया बयान
दरअसल जन सुराज पार्टी के प्रशांत किशोर एवं कुछ अन्य लोगों के द्वारा अपनी पांच सूत्री मांगों को लेकर प्रतिबंधित क्षेत्र गांधी मैदान के गांधी मूर्ति के समक्ष अवैध ढंग से धरना दिया जा रहा था। प्रशासन द्वारा वहां से हटकर धरना के लिए निर्धारित स्थल गर्दनीबाग में जाने के लिए नोटिस दिया गया था।
प्रतिबंधित क्षेत्र में गैर-कानूनी ढंग से धरना देने के कारण गांधी मैदान थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। अनेक बार आग्रह करने और पर्याप्त समय देने के बाद भी स्थल खाली नहीं किया गया। इसलिए आज सुबह उन्हें कुछ समर्थकों के साथ गिरफ्तार किया गया है। हालांकि वे पूरी तरह से स्वस्थ हैं। प्रक्रिया के तहत उन्हें कोर्ट के समक्ष प्रस्तुत करने की कार्यवाही की जा रही है।
जन सुराज ने कही ये बात
जन सुराज ने ट्वीट कर कहा, 'पुलिस प्रशासन ने प्रशांत किशोर को गांधी मैदान से एम्स ले जाकर अनशन तुड़वाने का प्रयास किया। अनशन तुड़वाने में विफल होने पर प्रशासन, प्रशांत किशोर को नई जगह पर ले जाने की कोशिश कर रही है। एम्स के बाहर प्रशांत किशोर को देखने उमड़ी भीड़ पर पुलिस ने बर्बरता पूर्वक लाठीचार्ज किया।' गौरतलब है कि प्रशांत किशोर का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। (इनपुट: नीतीश चंद्रा से भी)