पटना: जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर एक बार फिर तंज कसा है। उन्होंने सीएम नीतीश को सलाह दी है कि तेजस्वी यादव को अभी ही बिहार का मुख्यमंत्री बना दीजिए, ताकि 2025 तक तेजस्वी यादव को तीन साल तक काम करने का मौका मिल जाए और राज्य की जनता को उनके प्रदर्शन के आधार पर उन्हें वोट देने का मौका मिले। उन्होंने सीएम नीतीश कुमार पर कटाक्ष करते हुए ये भी कहा कि 2020 के चुनावों के बाद सत्तारूढ़ गठबंधन में आरजेडी सबसे बड़ी पार्टी है, न कि जेडीयू।
"नीतीश कुमार की विश्वसनीयता पर संकट"
प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए आगे कहा कि बिहार कोई नीतीश कुमार की जागीर नहीं है, जिसको अपना चेहरा बनाना है बना दे। नीतीश कुमार के प्रधानमंत्री बनने की चर्चा मुझे कहीं नहीं सुनाई दे रही है। उनकी विश्वसनीयता आज की तारीख में ऐसी हो चुकी है कि उनका प्रधानमंत्री बनना तो दूर उनके बिहार का सीएम बने रहने पर भी संकट है।
"10 लाख नौकरी देने के फैसले पर कलम टूट गई?"
नीतीश कुमार पर हमला करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा, "साबह ने कहा था कि जब सरकार में आऊंगा तो पहली कैबिनेट में पहला जिस निर्णय पर साइन करूंगा, वो युवाओं को 10 लाख नौकरी का होगा। पिछले तीन महीने से ज्यादा समय से कैबिनेट में हैं, क्या कलम सूख गई या टूट गई है, ये तो नीतीश कुमार या तेजस्वी यादव ही बताएंगे।" उन्होंने कहा कि ये झूठे वादे करना और लोगों को भ्रम में डालकर वोट लेना इनकी पुरानी फितरत है।
"जनता देख पाए कि तेजस्वी यादव में कितनी क्षमता है"
उन्होंने कहा, "नीतीश कुमार के चेहरे पर और तीर छाप के बटन पर कोई चुनाव जीतने वाला नहीं है, ये दल तो बचेगा ही नहीं। खुद नीतीश कुमार ने भी इसे स्वीकार कर लिया है। जिस चेहरे पर वह चुनाव लड़ना चाहते हैं उसे और जिम्मेदारी देनी चाहिए, आगे बढ़ाना चाहिए, ताकि जनता देख पाए कि तेजस्वी यादव में कितनी क्षमता है। कितना बढ़िया वो सरकार को चला पाते हैं।"