बिहार में प्रशांत किशोर लालू यादव का पार्टी में सेंध लगा रहे हैं। आरजेडी के कई नेता प्रशांत किशोर के जनसुराज अभियान का हिस्सा बन रहे हैं। इससे आरजेडी में फूट का डर बना हुआ है। राज्य में विधानसभा चुनाव में थोड़ा समय है, लेकिन सभी पार्टियां अपनी तैयारियां शुरू कर चुकी हैं और प्रशांत किशोर भी आगामी चुनाव में अपनी छाप छोड़ना चाहते हैं। यही वजह है कि वह जन सुराज अभियान के जरिए लोगों में चेतना जगाने का काम कर रहे हैं। अन्य विपक्षी दलों के कार्यकर्ता और नेता भी उनके जन सुराज अभियान का हिस्सा बन रहे हैं। इससे अन्य राजनीतिक दलों की परेशानी बढ़ गई है।
राजद छोड़कर प्रशांत किशोर के जन सुराज अभियान से पार्टी के कार्यकर्त्ताओं के जुड़ने को लेकर राजद ने अपने कार्यकर्ताओं और नेताओं को नसीहत दी है। आरजेडी के बिहार प्रमुख ने पत्र लिखकर कार्यकर्ताओं को प्रशांत किशोर का पूरा नाम बताया है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह की तरफ से जारी पत्र में जन सुराज को बीजेपी की बी टीम बताकर इससे दूर रहने की नसीहत दी गई है। आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने 6 जुलाई को पत्र लिखकर अपने कार्यकर्ताओं को चेतावनी दी है।
जगदानंद सिंह का पत्र
जगदानंद सिंह ने अपने पत्र में लिखा "प्रिय साथियों, आये दिन प्रायः सभी जिलों में ऐसा देखने को मिला है कि हमारे पार्टी के कार्यकर्त्ता/नेता "जन सुराज पार्टी" में सहयोगी/सदस्य बन रहे है, जो चिंता का विषय है। विदित हो कि जन सुराज पार्टी एक राजनीतिक पार्टी है, इसके संस्थापक प्रशांत किशोर उर्फ प्रशांत किशोर पाण्डेय जी हैं। यह पार्टी भारतीय जनता पार्टी एवं देश के धर्मावलम्बी लोगों के द्वारा संचालित तथा वित्तीय पोषित है अर्थात भारतीय जनता पार्टी की "बी" टीम है। आप सभी साथियों से अनुरोध है कि ऐसे लोगों के बहकावे में न आएं, उनकी मंशा राष्ट्रीय जनता दल को कमजोर करने और भाजपा की शक्ति को बढ़ावा देने की है। जिन साथियों को आदरणीय लालू प्रसाद जी का सामाजिक न्याय और साम्प्रदायिक सौहार्द एवं बाबा साहब डॉ० भीमराव आम्बेडकर, डॉ० राममनोहर लोहिया, महात्मा गांधी, डॉ० पेरियार, महात्मा ज्योतिराव फूले, जननायक कर्पूरी ठाकुर, लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी के विचारों से वास्ता है, वो दल विरोधी काम न करें अन्यथा दल उन पर समुचित कार्रवाई करेगा।"
प्रशांत किशोर ने किया पलटवार
इस पत्र को लेकर प्रशांत किशोर ने आरजेडी पर पलटवार किया है। उन्होंने लिखा "जन सुराज के पार्टी बनने की घोषणा भर से बिहार का सबसे मजबूत दल होने का दावा करने वाली RJD की घबराहट देखिए। बेचारे अपने दल में मची अफरा-तफरी और RJD छोड़कर जाने वाले नेताओं को रोकने के लिए अपने ही नेताओं और कार्यकर्ताओं को धमकी दे रहे हैं। भय और अपराध की राजनीति इनकी फितरत है। पहले बिहार की जनता ने छोड़ा अब दल के कार्यकर्ता और नेता छोड़ रहे हैं।"