बिहार के कटिहार जिले के बारसोई अनुमंडल में अनियमित बिजली व्यवस्था को लेकर तय कार्यक्रम के तहत आज बड़ी संख्या में ग्रामीण और अन्य प्रतिनिधी बारसोई प्रखंड कार्यालय परिसर में शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन कर रहे थे। लेकिन तभी प्रदर्शन कर रहे लोग अचानक आक्रोशित हो गए। आक्रोशित लोगों को कंट्रोल करने के लिए पहले पुलिस ने हवाई फायरिंग की और फिर लाठीचार्ज की। लेकिन फिर भीड़ को खदेड़ने के लिए पुलिस ने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस की इस फायरिंग के दौरान प्रदर्शन कर रहे कुछ लोग घायल हो गए जिसमें 3 लोगों को गोली लगने की सूचना है। जिला प्रशासन और स्थानीय प्रशासन की मानें तो अब तक एक शख्स की मौत हुई है, घटना के बाद पूरे इलाके में तनाव है।
बिजली विभाग के कर्मचारी का ही भाई मारा गया
पुलिस फायरिंग के दौरान अपने भाई मोनू, जो बिजली विभाग में ही डाटा ऑपरेटर के पद पर कार्यरत है, उसे लाने सोनू साह जा ही रहा था कि वह भीड़ का हिस्सा बन गया और पुलिस की गोली का शिकार हो गया। गोली सोनू के माथे पर लगी जिसका इलाज कटिहार मेडिकल कॉलेज में हो रहा था कि इलाज के दौरान ही सोनू की मौत मेडिकल कॉलेज में हो गई, जिसे पोस्टमार्टम के लिए कटिहार सदर अस्पताल लाया गया है। अब परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। वहीं तीसरा घायल मीनहाज को इलाज के लिए सिलीगुड़ी ले जाया गया है। इसका वीडियो भी सामने आया है, जिसमें साफ दिख रहा है कि कैसे बिजली ऑफिस से बाहर निकलकर पुलिस ने फायरिंग की है। इसी फायरिंग से 3 लोगों को गोली लगी है। इसके बाद आक्रोशित लोगों ने बिजली कार्यालय में जमकर तोड़फोड़ की। बंसल गांव निवासी खुर्शीद आलम की मौत घटनास्थल पर ही हो गई, वहीं कटिहार मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान मारे गए की पहचान सोनू साह के तौर पर हुई है।
फायरिंग को लेकर अधिकारी सही जवाब देने में असमर्थ
मामले की स्थिति को भांपते ही जिले के आला अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे। इस मामले में बारसोई अनुमंडल पदाधिकारी राजेश्वरी पांडे तो सीधे ये कह रही हैं कि यहां तो गोली चली ही नहीं है। वहीं मामले की गंभीरता को देखते हुए कटिहार जिला पदाधिकारी रवि प्रकाश घटनास्थल पर पहुंचे और ग्रामीणों से बात की साथ ही उचित जांच कर कार्रवाई करने की भी बात कही है। इस मामले में कटिहार पुलिस आरक्षी अधीक्षक जितेंद्र कुमार ने बताया कि पुलिस के द्वारा फायरिंग की गई है। हालात ही ऐसा बन गए थे कि बिजली विभाग के कर्मियों को ही बंधक बना लिया गया था, जिसकी वजह से पुलिस को फायरिंग करनी पड़ी। उन्होंने कार्रवाई करने की बात तो कही है लेकिन पुलिस को फायरिंग करने का आदेश किसने दिया इस पर कुछ भी कहने से बचते रहे।
पुलिस कह रही- आत्मरक्षा में चलाई गोली
वहीं घायल सोनू शाह की मां ने बताया कि अपने भाई को लाने के चक्कर में ही सोनू भीड़ का हिस्सा बन गया था और पुलिस की गोली का शिकार बन गया। कटिहार पुलिस द्वारा की गई बर्बरता कटिहार जिले के प्रशासन पर सवाल खड़े कर रही है। वहीं पुलिस इस बात को कहती नजर आ रही है कि गोली आत्मरक्षा में चलाई गई। बहरहाल मामला बिजली की समस्या को लेकर था जिसे सुलझाने के तरीके और भी अपनाए जा सकते थे। बिजली की समस्या में 2 लोगों की जान जा चुकी है।
(रिपोर्ट- निरंजन सिंह)
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