पटना: बिहार में सत्ता परिवर्तन के बाद अब कैबिनेट का विस्तार होना बकाया है। 28 जनवरी को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अलावा आठ ने मंत्रियों ने शपथ ग्रहण की थी। शनिवार को मंत्रालयों का भी बंटवारा हो गया। इसके बाद उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा दिल्ली आ गए। दिल्ली में आज दोनों नेता पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों से मिलेंगे। इसके साथ ही दिल्ली में आगामी लोकसभा चुनावों को लेकर बैठक भी होगी।
जीतनराम मांझी दिखा रहे हैं तेवर
शनिवार को नीतीश कुमार की कैबिनेट के मंत्रालयों का बंटवारा हो गया। इसके बाद अब मंत्रिमंडल के विस्तार की योजनाएं बन चुकी हैं। जानकारी के अनुसार, नीतीश का मंत्रिमंडल अब दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह तय करेंगे। यहां से लिस्ट फाइनल होने के बाद नए मंत्रियों को शपथ दिलाई जाएगी। इससे पहले हिंदुस्तान आवाम मोर्चा के जीतनराम मांझी ने अपने तेवर दिखाए हैं।
हम को चाहिए दो मंत्री
जीतनराम मांझी ने कहा है कि उनकी पार्टी को नीतीश सरकार में कम से कम दो मंत्री चाहिए। मांझी की इस मांग ने बीजेपी और जेडीयू की चिंता बढ़ा दी हैं। बता दें कि अभी जीतनराम मांझी के बेटे संतोष कुमार सुमन को कैबिनेट में शामिल किया गया है। उन्हें सूचना प्रावैधिकी, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग की जिम्मेदारी दी गई है।
सरकार में हमारे हैं पांच विधायक-जीतनराम
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा है कि "हम शुरू से कह रहे हैं कि एक निर्दलीय विधायक को एक मंत्रालय मिलता रहा है। हमारे कुल 5 विधायक हैं। इनमें 4 MLA और एक MLC हैं। तो हमें कम से कम 2 मंत्री जरूर चाहिए। मैंने इस बारे में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय और गृह मंत्री अमित शाह से बात की है। उन्होंने अभी तक सकारात्मक या नकारात्मक बात नहीं कही है। हमें उम्मीद है कि हमें एक विभाग और मिलेगा। हम समझते हैं कि एक विभाग और मिलेगा तो बहुत अच्छा रहेगा। इससे हमको काम करने में बहुत सुविधा होगी।"